आपने कई बार प्यार में दिल टूटने वाली बात सुनी होगी लेकिन क्या आप जानते हैं दिल टूटने की एक बीमारी भी होती है। इस बीमारी में हार्ट ब्रेक होता है तथा ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम मेडिकल की भाषा में इसे कहा जाता है। आपको बता दें कि हार्ट काफी नाजुक अंग होता है। छोटी सी भी चोट पहुंचने पर हार्ट को नुकसान पहुंच सकता है।
इससे गंभीर समस्या भी जन्म ले सकती हैं इसलिए एक्सपर्ट हमेशा हॉट को स्वस्थ रखने की सलाह लोगों को देते हैं। ऐसे कई कारक है जो हार्ट को कमजोर कर सकते हैं। इन कारकों में प्रोसैस्ड फूड, अन हेल्थी डाइट का अधिक सेवन, सैचुरेटेड फैट और पर्याप्त एक्सरसाइज ना करना शामिल है। कुछ ऐसे कारक भी है जिन पर कि आपका नियंत्रण नहीं रहता। जैसे कि किसी बात का शौक या गुस्सा इन सभी से ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का खतरा काफी बढ़ जाता है। यह ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम क्या होता है? इसके कारण एवं लक्षण आदि के बारे में हम आगे जानेंगे।
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम क्या है ?
1990 में जापान में ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की पहचान हुई थी। द मिरर के अनुसार जब किसी व्यक्ति को अचानक से मानसिक तनाव, इमोशनल स्ट्रेस, सदमा का अनुभव होता है तो उसके हार्ट मसल पर अधिक दबाव आने लगता है और उसके हार्ट मसल्स कमजोर होने के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी अधिक बढ़ सकता है। उदाहरण के लिए अपने किसी खास को अगर कोई खो देता है और उस समय जो महसूस होता है वह भावनात्मक रूप से काफी खतरनाक हो सकता है। जिससे कि उस इंसान की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यह भी कह सकते हैं कि अगर कोई व्यक्ति बहुत उदास रहता है तो भी उसे ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम हो सकता है।
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के कारण
स्ट्रेस हार्मोन एड्रेनालाईन ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के बढ़ने का कारण हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि एड्रेना लाइन हार्ट की धमनियों को काफी सिकोड़ देता है जिससे कि मांसपेशियों में पर्याप्त रूप से खून नहीं पहुंच पाता। इससे शरीर में साइकोलॉजिकल तनाव पैदा होता है और हार्ट की मांसपेशियां भी कमजोर हो जाती है। अगर किसी को सांस लेने में तकलीफ या सीने में जकड़न होती है तो यह हार्टअटैक के सामान्य लक्षण पैदा कर सकता है।
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण
स्ट्रेस कार्डियोमायोपैथी या टेकोटसुबो सिंड्रोम के रूप में ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम को जाना जाता है। यह तब होता है जब किसी व्यक्ति को अचानक से कोई स्ट्रेस होता है। इसके लक्षण हार्ट अटैक के समान ही होते हैं जैसे छाती में दर्द, पसीना आना, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना इत्यादि। Also Read :‘रानी भारती’ के भाई बने कुमार सौरभ ने हुमा कुरैशी के लिए दिल जीत लेने वाला ब्यान
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का खतरा किसे अधिक है?
Webmd के अनुसार ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की बात करें तो यह तब हो सकता है जब वह एक लंबे समय से अपने साथ रहे पार्टनर को खो देता है। वही हेल्थ साइट के अनुसार पैसे संबंधित समस्या, नौकरी छूटना, घरेलू हिंसा या कोई बड़ा रिलेशन टूटने के कारण भी ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की समस्या हो सकती है।यह उन स्थितियों में हो सकता है जिनमें आपको बेहद चिंता होती है। इससे बचने के लिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी किसी भावनात्मक खबर को अचानक से ना आने दे। भले ही वह खबर बहुत अच्छी हो या बहुत बुरी। Also Read :यामी गौतम ने बॉडीकॉन ड्रेस में दिए दिलकश पोज, सेक्सी कर्व्स देख बौखला गए फैन्स