Happy Dussehra : मंगलवार(24 अक्टूबर) को पूरे देश में विजयदशमी मनाई जा रही हैं. इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था. दरअसल विजयदशमी(दशहरा) को बुराई पर अच्छाई की प्रतिक का माना जाता हैं. इसी बीच आज इस लेख में हम ये जानेगे कि वध के दौरान रावण की उम्र कितनी थी और उन्हें ब्रह्मा और भगवान शिव से कौन- कौनसे वरदान मिले थे.
कब हुआ रावण का जन्म? Happy Dussehra
पुराणों के अनुसार रावण का जन्म त्रेता युग के अंतिम चरण में हुआ था. बताया जाता हैं कि रावण प्रत्येक एक हजार वर्ष में अपने एक शीश की आहुति देता था. ऐसे में जब वह अपने 10वें शीश की आहुति देने चला तो ब्रहमाजी प्रकट हुए उन्होंने रावण को एक वर मांगने को कहा.
इसी दौरान रावण ने मांगा था उन्हें देव, यश, दानव, किन्नर, दैत्य, नाग और गंधर्व कोई नहीं मार पाए. ब्रहमाजी से मिले इस वरदान के बाद भी रावण को नर-वानर को रावण से खतरा था. लेकिन रावण को ये लगता था कि ये तो उनका आहार हैं.
ALSO READ: Happy Dussehra: दशहरा से पहले रामायण के श्रीराम अरुण गोविल का हुआ एक्सीडेंट, जीप ने मारी टक्कर
कितनी उम्र में हुआ रावण का वध?
ब्रहमाजी के आलावा रावण ने भगवान शिव की भी एक हजार वर्ष तक स्तुति की थी. जिससे भोले भंडारी भगवान काफी खुश हो गए थे. पुराणों में कहा जाता हैं कि इन्ही वरदानों की वजह से रावण 40 हजार सालों तक जीवित रहा था. पुराणों के अनुसार 41वें हजार साल में भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था.
ALSO READ: आदिपुरुष में एक्ट्रेस सोनल चौहान बनी हैं रावण की पत्नी मंदोदरी, 2 मिनट के रोल के ली मोटी फीस
नोट: बता इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट पर मौजूद तथ्यों के आधार पर दी गयी हैं. ऐसे में अद्भुतइंडिया इन तथ्यों की सच्चाई का दावा नहीं करता हैं.