एक महिला के लिए मां बनना लाइफ का सबसे सुखद पल होता हैं हालंकि कुछ ऐसी बदनसीब महिलाएं भी होती हैं. जिसकी लाइफ में ये सुख नहीं होता हैं. दलजिंदर कौर एक ऐसी ही महिला थी, जिसने अपनी लाइफ के कई दशक सिर्फ एक बच्चे की चाह में निकाल दिए लेकिन किसी ने सही कहा हैं कि हर रात के बाद सुबह जरुर होती हैं. इस महिला ने 72 साल की उम्र में आईवीएफ को अपनाया और फिर उनका मां बनने का सपना पूरा हो गया.
IVF तकनीक की मदद से बनी मां

दलजीदर और उनके पति ने लाइफ के 46 साल सिर्फ एक बच्चें की चाह में बीता दिए हालाँकि फिर उन्हें किसी ने आईवीएफ तकनीक के बारे में बताया. आर्थिक तौर पर तो ये दंपत्ति आईवीएफ के महंगे ईलाज को सहन करने में सक्षम थे लेकिन दलजिंदर कौर की उम्र काफी ज्यादा हो गई थी. ऐसे में उनके मन में कई सवाल थे. ALSO READ: शादी के 10 महीनें बाद हुए जुदा, 72 साल बाद मिले तो ऐसी रही पहली मुलाकात

दलजिंदर कौर ने बताया, ‘जब हमने आईवीएफ का विज्ञापन देखा, तो हमने सोचा कि हमें भी इसे आज़माना चाहिए क्योंकि मुझे कई सालों से अपने बच्चे के जन्म का बेसब्री से इंतज़ार था.’

72 साल की उम्र में बनी मां
दलजिंदर कौर आईवीएफ तकनीक की मदद से मां को बन गई लेकिन 72 साल की उम्र में उन्हें कई परेशानियों को सामना भी करना पड़ा. पंजाब की दलजिंदर कौर ने 19 अप्रैल 2016 को बेटे जन्म दिया था और उन्होंने उसका नाम अरमान रखा. ALSO READ: 12 सेलेब्स जिन्होंने बच्चे के जन्म के लिए सरोगेसी और IVF का विकल्प चुना

बता दे दलजिंदर कौर को मां बनने का सुख टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक की मदद मिला. दलजिंदर ने बताया कि मां बनने के बाद उन्हें काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी थी. दरअसल शुरुआत में वह अपने छोटे बच्चें को दूध नहीं पिला पाई थी. जिसके चलते उनके बेटे अरमान का कद भी कम है.

इसके आलावा दलजिंदर खुद भी बीपी और जोड़ों में दर्द के कारण भी काफी परेशान रहने लगी. जिसके चलते वह अपने बेटे की परवरिश भी सही से नहीं कर पा रही थी. दरअसल उनकी बढती उम्र का असर उनके बच्चें पर भी दिखने लगा था. जिसके कारण कई लोगों ने उनके 72 साल की उम्र में मां बनने के फैसले पर भी सवाल उठाये थे.