एक बच्चे की जिंदगी में माता-पिता का बहुत महत्व होता है क्योंकि माता-पिता ही उसे जीवन के प्रति नई दिशा दिखाते हैं और उसे आगे बढ़ने से लेकर सभी का सम्मान करने और सामाजिक कल्याण की चीजों को बताते हुए उसके अंदर शारीरिक और मानसिक चीजों का विकास करते हैं लेकिन माता-पिता को अपने बच्चे के विकास पर ध्यान देते हुए अपने अंदर 10 आदतों को समझ कर उसे रोकना चाहिए।
बच्चों को फोन का इस्तेमाल करने देना
आजकल की स्मार्ट लाइफ स्टाइल में हर बच्चे के पास फोन है और ज्यादातर बच्चे गेम्स और यूट्यूब पर वीडियो देखने में अपना समय बिताते हैं। ऐसे में हर मां बाप को अपने बच्चे को ज्यादा फोन इस्तेमाल करने की आदत से दूर रखना चाहिए।
डांटने के बजाए समझदारी से बच्चों को समझाना
कई माता-पिता ऐसे होते हैं जो बच्चों को कोई भी बात आराम से समझाने की बजाय डांट फटकार से बताते हैं। ऐसे में बच्चे चिड़चिड़ा और गुस्सैल हो जाते हैं। ऐसे में मां बाप को बच्चों को आराम से हर बात समझानी चाहिए।
बच्चों को धैर्य रखने की सीख नहीं देना
माता-पिता का यह फर्ज होता है कि वह अपने बच्चे में हर परिस्थिति के प्रति धैर्य रखने की आदत को विकसित करें। जब बच्चे में धैर्य नहीं होता है तो उसे भविष्य में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
हमेशा जीत मिले यही सीख देना
कई माता-पिता की सबसे गलत आदत यह होती है कि वह अपने बच्चों में यह बात डाल देते हैं कि जीत ही सब कुछ होती है। ऐसे में यह मां-बाप बच्चे को हार और जीत के मतलब से परिचित नहीं कराती है जिससे जब बच्चा हारता है तो उसे बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
बच्चे के नखरो को प्यार समझना
कई माता-पिता बच्चों के नखरो को बचपना और प्यार समझ कर उनकी हर जिद पूरी कर देते हैं और ऐसे माता-पिता को नहीं करना चाहिए।
एक की दूसरे बच्चे से तुलना करना
कई माता-पिता अपने बच्चे की तुलना दूसरे के बच्चे से करते हैं। ऐसे में वह अपने बच्चे के अंदर प्रेरणादायक स्थितियों को कम कर देते हैं और बच्चे को बुरा महसूस होता है।
बच्चे की मांग से पहले उसकी इच्छा पूरी करना
कई माता-पिता ऐसे होते हैं जो बच्चे के मांगने से पहले ही उसकी सभी इच्छा पूरी कर देते हैं ऐसे में मां-बाप को उनकी हर इच्छा पूरी नहीं करनी चाहिए और यह ध्यान रखना चाहिए कि उसे किस चीज की जरूरत है और किसकी नहीं है।
हर चीज के लिए बच्चे को दोष देना
माता-पिता को अपने बर्ताव के लिए बच्चों को डांटना यह दोषी नहीं ठहराना चाहिए।ऐसे में बच्चे खुद को मां-बाप से दूर कर देते हैं। Also Read : 185 करोड़ के मालिक अनुपम ने शार्क टैंक के निर्माता पर लगाया ‘भूखा रखने’ का आरोप
बच्चों को फैसले करने न देना
कई माता-पिता ऐसे होते हैं जो बच्चों को खुद के फैसले करने से रोकते हैं जिससे बच्चे में आत्मविश्वास की कमी पैदा हो जाती है। Also Read : ये शख्स कुछ ही मिनटों में कमाता हैं 5 करोड़.. जानिए कैसे