सावन के महीने को काफी पवित्र माना जाता है क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह भगवान शिव का सबसे अति प्रिय समय होता है और इस पूरे काल में भगवान शिव की आराधना करने से सभी दुखों और पापों से मुक्ति मिलती है लेकिन इस पूरे सावन के महीने में कई तरह के आचरण और खानपान में रोक लगानी होती है। शुद्ध आचरण और सच्चे मन से किए गए आराधना से ही भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है। भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। आइए आपको बताते हैं कि सावन के महीने में किन बातों और चीजों को व्यवहार में नहीं लाना चाहिए।
बैंगन
सावन के महीने में बैंगन की सब्जी का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इसे अशुद्ध माना जाता है और द्वादशी और चतुर्दशी के दिन इसका सेवन वर्जित है।
दूध और दही
सावन के महीने में दूध और दही का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि दूध और दही से भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है और सावन के महीने में घासो और पेड़ पौधों में से कई तरह के कीड़े मकोड़े निकलते हैं जिन्हें पशु और गाय खा लेते हैं इसीलिए दूध और दही का सेवन भी वर्जित है।
हल्दी सिंदूर
भगवान शिव को सावन के महीने में भांग धतूरा और बेलपत्र का चढ़ावा किया जाता है क्योंकि यह सभी पदार्थ भगवान शिव की काफी प्रिय हैं और इसी दौरान हल्दी और सिंदूर को भगवान शिव को अर्पण करने से मना किया जाता है।
लड़ाई से रहें दूर
सावन के महीने में सबसे ज्यादा लड़ाई और क्लेश से दूर रहना चाहिए और संयम बरतना चाहिए।
तेल ना लगाएं
सावन के महीने में शरीर पर तेल लगाना भी वर्जित है।
केतकी फूल
सावन के महीने में यह माना जाता है कि भगवान शिव को केतकी का फूल अर्पण नहीं करना चाहिए।
दिन में सोना वर्जित
पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन के महीने में दिन में सोना अशुभ माना जाता है। Also Read :अमिताभ नहीं यह एक शख्स था रेखा के बेहद करीब, आज भी लगाती है उनके नाम का सिंदूर