ऋषि कपूर बॉलीवुड इंडस्ट्री के सुपरस्टार रहे हैं. उन्होंने अपने समय में बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी धाक जमाई थी. आज भले ही वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी यादें आज भी हर किसी के मन में हैं. इनके पिता राज कपूर भी बॉलीवुड इंडस्ट्री के सुपरस्टार रहे हैं. राज कपूर अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी निजी जिंदगी की वजह से भी चर्चा में रहते थे. ऋषि कपूर ने अपनी किताब ‘खुल्लम खुल्ला’ में अपने परिवार से जुडी हुई कई बातों का खुलासा किया था. इस किताब में उन्होंने अपने पिता के अभिनेत्रियों के साथ उनके संबंधों पर भी खुलासे किये.
इस किताब में उन्होंने बताया था कि उनके पिता राज कपूर नरगिस और बैजयंतीमाला के साथ रिश्ते में थे. जब वह नरगिस के साथ सम्बन्ध में थे इस बारे में पूरे परिवार को पता थे. इसके बाद भी इनके घर में कोई बदलाव नहीं आया और जब बैजयंतीमाला की बात आयी तो उनकी माँ कृष्णा राज कपूर ने इस बात का विरोध किया.
ऋषि कपूर ने अपनी किताब में लिखा, जब मैं बहुत छोटा था. तब मेरे पिता का अभिनेत्री नरगिस के साथ अफेयर था. लेकिन मैं उनके इस रिश्ते से बिलकुल भी प्रभावित नहीं हुआ. मुझे ऐसा याद नहीं है कि इस वजह से घर में कुछ हुआ हो. लेकिन मुझे ये बात याद है जब पापा जब बैजयंतीमाला से जुड़े थे तब मेरी माँ ने इसका विरोध किया था. उस समय हम मरीन ड्राइव के नटराज होटल में रहे थे और 2 महीने के लिए हम लोग चित्रकूट के एक अपार्टमेंट में शिफ्ट हो गए थे. मेरी माँ तब तक लड़ती रहीं और हार नहीं मानीं जब तक उन्होंने अपने जीवन के इस अध्याय को खत्म नहीं कर दिया.
बाद में पता चला था कि दोनों के अफेयर को फिल्म के प्रमोशन के लिए एक चाल बताया गया था. ऋषि कपूर ने लिखा, कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में वैजयंतीमाला ने मेरे पिता के साथ अपने किसी भी रिश्ते से साफ़ इंकार किया था. उन्होंने ये दावा किया था कि ये सिर्फ पब्लिसिटी के लिए किया गया था. इस बात को सुनकर मैं भड़क गया था. उन्हें किसी भी तथ्य को तोड़-मरोड़कर दिखाने का कोई भी अधिकार नहीं था. क्योंकि अब सच्चाई बताने के लिए वो मौजूद नहीं हैं. Also Read : 10 में से 9 लोग नहीं पहचान पाएंगे राज कपूर के साथ खड़ी ये बच्ची कौन हैं?
जब ये किताब सामने आयी तो मीडिया के कई दोस्तों ने इस बारे में मेरी प्रतिक्रिया जननी चाही. लेकिन मेरा गुस्सा समय के साथ शांत हो गया. मैं ये बात पूरे विश्वास से कह सकता हूँ कि अगर आज पापा जिन्दा होते तो वह अपने और बैजन्तीमाला के रिश्ते को खुले में नकारते नहीं तो वह बेनकाब हो जाते. मेरे पिता अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जीते थे वो किसी भी प्रचार के भूखे नहीं थे. आपको बता दें कि लेजेंड राज कपूर जी और बैजयंतीमाला ने साल 1961 में फिल्म नजराना और साल 1964 में फिल्म संगम में साथ में काम किया था. Also Read : कुमार गौरव ने तोड़ दी थी इस अभिनेत्री की वजह से राज कपूर की बेटी से सगाई