7 अगस्त 2021 का दिन सभी भारतीय के लिए काफी यादगार और ऐतिहासिक बन गया हैं. टोक्यो ओलंपिक 2020 भारत की शान नीरज चोपड़ा ने देश को भाला फेंकने में गोल्ड जिताया हैं. दरअसल भारत के इतिहास में ये पहला मौका हैं जब किसी इंडियन ने एथलेटिक्स में ओलंपिक मेडल जीता हैं.
नीरज की जीत के बाद महान एथलीट मिल्खा सिंह को काफी याद किया जा रहा हैं. ये दिवंगत दिग्गज चाहता था कि भारत के खिलाड़ी एथलेटिक्स में ओलंपिक में मेडल जीते हैं. नीरज ने मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. लेकिन दुर्भाग्यवश मिल्खा सिंह जी हमारे बीच नहीं हैं. इसी बीच मिल्खा सिंह के बेटे जीवन मिखा सिंह ने नीरज के लिए बेहद भावुक ट्वीट किया हैं.
जीव मिल्खा सिंह ने लिखा, “बेहद ही अद्भुत प्रदर्शन नीरज चोपड़ा. पापा ने ऐसा होने के लिए इतने साल इंतजार किया. भारत के पहले एथलेटिक गोल्ड के साथ उनका सपना आखिरकार साकार हो गया है. यह ट्वीट करते हुए मैं रो रहा हूँ और मुझे यकीन है कि पिताजी ऊपर रो रहे हैं. ऐसा करने के लिए धन्यवाद.”
नीरज चोपड़ा ने शनिवार को अपना ओलंपिक गोल्ड महान एथलीट मिल्खा सिंह को समर्पित किया हैं. मिल्खा का इसी साल जून में कोरोना के कारण निधन हुआ था. चोपड़ा ने 1960 के रोम ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहे प्रतिष्ठित एथलीट को अपना गोल्ड समर्पित करते हुए नीरज ने कहा, “मिल्खा सिंह एक स्टेडियम में राष्ट्रगान सुनना चाहते थे. वह अब हमारे साथ नहीं हैं, लेकिन उनका सपना पूरा हो गया है.”
Not only did you win us a first-ever athletics gold medal in the #OlympicGames, you even dedicated it to my father.
The Milkha family is eternally grateful for this honour. pic.twitter.com/0gxgF8mmNQ
— Jeev Milkha Singh (@JeevMilkhaSingh) August 7, 2021
नीरज ने अपना गोल्ड मेडल मिल्खा सिंह को समर्पित किया हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मिल्खा सिंह के बेटे और मशहूर गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने कहा कि चोपड़ा के इस कदम के लिए उनका परिवार हमेशा आभारी रहेगा. “आपने न केवल हमें ओलंपिक खेलों में पहली बार एथलेटिक्स का गोल्ड मेडल दिलाया, बल्कि आपने इसे मेरे पिता को भी समर्पित किया. मिल्खा परिवार इस सम्मान के लिए सदा आभारी है.”