Indian Railway : रेलवे यातायात का ऐसा साधन हैं, इसका इस्तेमाल सबसे अधिक लिया हैं. लगभग सभी ने एक न एक बार रेल का सफर जरुर किया होगा. ऐसे में कई बार जहन में ये सवाल आते हैं कि आखिर रेलवे पटरी की खराबी के बारे में कैसे पता चलता हैं?.
इस बेहद ही रोचक सवाल का जवाब सोशल साईट क्योरा पर एक रेलवे इंजीनियर ने दिया.
पटरी की खराबी कैसे पता चलती हैं? (Indian Railway)
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बता दे पटरी की उम्र कितनी हैं ये उस पर पड़े लोड पर निर्भर करती हैं और इसे ग्रॉस मिलियन टन से मापा जाता हैं. मौजूदा समय में पटरियों की उम्र 2 मालगाड़ी या 10 लाख एक्सप्रेस ट्रेनों के आने-जाने के बराबर हैं.
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स्पष्ठ शब्दों में कहें तो जिस पटरी पर से 2 लाख बार मालगाड़ी गुजर चुकी हैं तो उसे बदलने का समय आ गया हैं. इसी तरह अगर किसी पटरी से 10 लाख बार एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं तो उस पटरी की उम्र भी पूरी हो जाती हैं.
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वैसे तो पटरी को समय-समय चेक किया जाता हैं और इस दौरान पटरियों के घिसाव पर काफी ध्यान दिया जाता हैं. 8-13 मिलीमीटर ऊपर से नीचे की ओर घिसाव होने पर पटरी को तत्काल प्रभाव से बदला जाता हैं. इतनी ही नहीं पटरी पर प्रतिदिन ट्रैक रिकॉर्डिंग कार से भी पटरियों की निगरानी की जाती हैं कि कहीं पटरी में किसी तरह की कोई परेशानी से नहीं हैं.
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