IAS Success Story: सिविल सेवा(Civil Services) में जाना लगभग हर बच्चे का सपना होता है। लेकिन कुछ लोगों का सपना पूरा होता है कुछ अधूरा रह जाता है। आज हम आपको एक ऐसे ही महिला से रूबरू करवाएंगे जिसने कठिन संघर्षों के बाद भी अपने सपने को पूरा किया।
मध्य प्रदेश के सतना जिले एक छोटे से गांव अदमरा गांव की रहने वाली सुरभि गौतम(Surbhi Gautam) ने कड़े संघर्षों के बाद अपने सपनें को पा लिया। जब सुरभि का जन्म हुआ था तब उनके घर के लोग को ज्यादा खुश नहीं थे। उनके मां-बाप खुश थे लेकिन उनकी फैमिली के लोग ज्यादा खुश नहीं हुए ।
IAS सुरभि के घर में थे 33 सदस्य

सुरभि के परिवार में उस समय 30 सदस्य रहते थे। जिसमें कई सारे बच्चे भी थे और ये सभी बच्चे एक साधारण हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ने के लिए जाते थे। सुरभि भी उसी स्कूल में जाती थी। घर के लोग भी पढ़ने लिखने पर कोई विशेष ध्यान नहीं देते थे।
सुरभि ने हाई स्कूल में लाए अच्छे नंबर
सुरभि ने हिंदी मीडियम से पढ़ाई किया और उन्होंने दसवीं में 93.4% अंक हासिल किया उन्होंने गणित और विज्ञान में 100 में से 100 अंक हासिल किए। लेकिन कंपटीशन एग्जाम को पास करना आसान नहीं होता है। सुरभि का सपना था क्योंकि आईएएस ऑफिसर बने। जिसके लिए उन्होंने कड़े संघर्ष किए। दिन रात एक कर लिया
सुरभि को हुई गंभीर बीमारी

सुरभि की तबीयत खराब रहने लगी तो उनके माता-पिता उन्हें जबलपुर लेकर आया। माता-पिता ने एक डॉक्टर को दिखाया। जहां डॉक्टर ने कहा कि सुरभि की ‘रूमैटिक फीवर’ है। अगर इसे ज्यादा नजरअंदाज किया है तो व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है।
अंग्रेजी विषय में सुरभि थी कमजोर
सुरभि पढ़ने में तो बहुत अच्छी थी लेकिन इंग्लिश नहीं बोल पाती थी। जिसकी वजह से उसे बहुत परेशानी होती थी और लोगों से चिढ़ाते थे लेकिन सुरभि ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया और अपनी मेहनत करती रही।
यूपीएससी पास कर रचा इतिहास
सुरभि ने पैसे के लिए कड़ी मेहनत की और पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया रैंक में 50 वीं रैंक हासिल कर अपने सपने को पूरा किया। सुरभि ने से पहले इसरो, दिल्ली पुलिस, एसएससी सीजीएल समेत कई एग्जाम पास किया।
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