Chhath Puja 2023: आस्था का महापर्व छठ बहुत जल्द आरंभ होने जा रहा है।छठ पर्व बिहार में बहुत ही ज्यादा मशहूर है। अब यह पर्व न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे भारत और विदेशों में भी मनाया जाने लगा है। इस पर्व की चारों तरफ धूम देखने को मिलती है। छठ का पर्व दीपावली के 6 दिनों के बाद मनाया जाता है। इस बार छठ पर्व 18 नवंबर और 19 नवंबर को मनाया जाएगा। 18 नवंबर को शाम को महिलाएं घाट पर जाएंगी और 19 नवंबर को सुबह काअर्घ दिया जाएगा। यह त्यौहार ऐसा है जिसके लिए दूर-दूर से लोग अपने घर पहुंचते हैं और बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ इस त्यौहार को मनाया जाता है।
घाट पर दिया जाता है अर्घ
छठ पूजा की तैयारी काफी दिनों पहले से लोग करते हैं। यह पर्व बिहार में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा का व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है। जिसको पुत्र की प्राप्ति हो जाती है। महिलाएं छठ का व्रत रखती है जिसको पुत्र की प्राप्ति नहीं हुई रहती है वह पुत्र प्राप्ति के लिए इस व्रत को रखता है यह व्रत निर्जला व्रत होता है और महिलाएं इस व्रत को सूर्य को अर्घ देने के बाद ही तोड़ती हैं।
बता दें कि छठ का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय खाय से शुरू होता है। जो पंचमी को खरना,षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर इसका समापन किया जाता है।। इस महापर्व के अवसर पर सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है।
इस व्रत को बेहद कठिन माना जाता है,क्योंकि इस व्रत को 36 घंटों तक बेहद कठोर नियमों का पालन करते हुए रखा जाता है। महिलाएं इस व्रत को बहुत ही विधी विधान के साथ करती हैं।
ये भी पढ़ें-भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल से पहले रोहित शर्मा के लिए बुरी खबर, मिला ये अशुभ संकेत