Bollywood : बॉलीवुड में कई ऐसी हस्तियां रही जो बहुत ही कम उम्र में इंडस्ट्री को अलविदा कह गई। इनमें से कुछ की तो दुर्घटना के दौरान मौत हुई और किसी का प्लेन क्रैश हो गया लेकिन इसके साथ-साथ कई ऐसे कलाकार भी रहे, जो अपने जीवन के अंतिम समय में अपने देश में ही मौजूद नहीं थे। जी हां आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ऐसे ही भारतीय सितारों के बारे में बताएंगे, जिनका निधन उनकी अपनी सरजमीं पर नहीं बल्कि विदेश में हुआ था। आइए जानते हैं आगे।
दिलीप कुमार
भारतीय फिल्मों को ऊंचाइयों पर ले जाने वाले दिलीप कुमार सदी के ऐसे नायक थे, जिन्होंने अपनी भूमिका और छवि में कभी किसी प्रकार की कोई आंच नहीं आने दी। उन्होंने 1944 में ज्वार भाटा फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी और 1998 में आखिरी फिल्म किला तक का सफर तय किया। दिलीप कुमार का नाम सबसे अधिक अवार्ड हासिल करने वाले अभिनेताओं में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। दिलीप कुमार 1954 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पहला फिल्म फेयर अवार्ड जीतने वाले ऐसे अभिनेता रहे जिन्हें आठ बार फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजा गया। 1991 में ‘पद्मभूषण सम्मान’ 1994 में ‘दादा साहब फाल्के’ अवार्ड और 2015 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। दिलीप कुमार का निधन 98 वर्ष की अवस्था में 7 जुलाई 2021 में हुआ, वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
देव आनंद
देव आनंद हिंदी सिनेमा जगत के सदाबहार अभिनेता थे। उन्होंने हिंदी सिनेमा जगत को एक से बढ़कर एक कई फिल्में दी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1946 में आई फिल्म ‘हम एक है’ से की थी, और साल 2011 तक फिल्मों में काम किया। साल 2011 में आई ‘चार्ज सीट’ उनकी आखिरी फिल्म थी। 3 दिसंबर 2011 को 88 वर्ष की उम्र में उनका लंदन में हार्ट अटैक पड़ने से निधन हो गया। उनकी मौत से उनके परिवार और फैंस को बहुत बड़ा झटका लगा था। वह न सिर्फ एक अभिनेता बल्कि डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और लेखक भी रहे। उन्हें 2001 में पद्मभूषण और 2002 में दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उनका अपना एक अलग ही अंदाज था, जिसे बहुत से अभिनेताओं ने कॉपी करने का प्रयास किया।
फारुख शेख
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता फारुख शेख का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। जी हां 65 वर्ष की अवस्था में इस अभिनेता ने दुबई के अस्पताल में अपने जीवन की अंतिम सांस ली। वह ‘यह जवानी है दीवानी’ और ‘शंघाई’ जैसी फिल्मों में काम करते नजर आए थे। उन्होंने 1973 में ‘गरम हवा’ से अपने अभिनय की शुरुआत की थी, इसके साथ ही 1977 में आई ‘शतरंज के खिलाड़ी’ 1979 में ‘नूरी’ 1981 में ‘चश्मे बद्दूर’ 1983 में ‘किसी से ना कहना’ में दमदार अभिनय किया था।
मुकेश
हिंदी सिनेमा जगत को जिसने अपनी अद्भुत आवाज में कई हिट गाने दिए वह कोई और नहीं बल्कि गायक मुकेश है। मुकेश एक ऐसी आवाज थे जिन्होंने हर दिल को छुआ, उनकी आवाज में ऐसा जादू था कि सुनकर लोग खिंचे चले आते थे। उनके गुनगुनाए गीतों को आज भी लोग याद करते हैं। उन्होंने अपने जमाने के सभी लीड एक्टर्स के लिए गाने गए, लेकिन सबसे अधिक उन्होंने शोमैन राज कपूर के लिए गीत गाए हैं, जिसमें ‘दोस्त दोस्त ना रहा’, ‘जीना यहां मरना यहां’, ‘सजन रे झूठ मत बोलो’, ‘कहता है जोकर’, ‘दुनिया बनाने वाले’, ‘आवारा हूं’, और ‘मेरा जूता है जापानी’, सहित अनेकों गाने शामिल है। उनका निधन 53 वर्ष की अवस्था में हार्ट अटैक के कारण हुआ। जिस समय इस सिंगर ने अपने जीवन की अंतिम सांस ली वह अपनी सरजमीं पर नहीं बल्कि अमेरिका में थे।
महमूद अली
कॉमेडी किंग के नाम से मशहूर अभिनेता महमूद अली का निधन भी अपनी सरजमीं पर नहीं बल्कि इलाज के दौरान अमेरिका में हुआ था। महमूद एक भारतीय अभिनेता और फिल्म निर्देशक थे। उन्होंने अपने करियर के दौरान 300 से अधिक हिंदी फिल्मों में काम किया है। हिंदी फिल्मों में उनके हास्य कलाकार के तौर पर किए गए अद्भुत अभिनय को लोग बहुत अधिक पसंद करते थे।
श्रीदेवी
श्रीदेवी का निधन 24 फरवरी 2018 को दुबई में हुआ था। उनकी मौत भी लोगों के बीच एक रहस्य बनकर रह गई, क्योंकि जिस समय उनकी मौत हुई, उस समय वह अपने पति बोनी कपूर के भांजे की शादी अटेंड करने अमेरिका गई हुई थी, वही बाथटब में डूबने के दौरान उनकी मौत हो गई। जब उनकी मौत की खबर आई तो लोगों के लिए विश्वास करना नामुमकिन था क्योंकि श्रीदेवी एक बेहद फिट एक्ट्रेस थी, उन्हें किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी। वह फिल्मों में भी बहुत अधिक एक्टिव रहती थी। 2017 में उनकी ‘मॉम’ फिल्म के कारण उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवार्ड भी मिला था। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई हिट फिल्में दी है।
Read Also :- Damara Milk Bush : भूल कर भी इस पौधे को छूने की ना करें गलती, जा सकती है आपकी जान