मौजूदा समय में देश में COVID-19 का खतरा फिर से मरणा रहा है, जिसे सरकार की तरफ से नियंत्रित करने के लिए फिर से पुराने उपायों को लागू करने का फैसला किया गया है। जी हां दक्षिण पूर्वी एशिया के कुछ देशों में कोविड-19 के नए वेरिएंट से संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिसके चलते सरकार ने इस पर नियंत्रण बनाने के लिए फिर से पुराने उपायों को लागू करने का फैसला कर लिया है।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एयरपोर्ट पर लोगों से मास्क पहनने का आग्रह किया जा रहा है। साथ ही बुखार की जांच करने के लिए थर्मल स्कैनर भी चालू किए जाएंगे। सरकार का मुख्य लक्ष्य कोविड वेरिएंट, फ्लू, निमोनिया और अन्य सांस संबंधित रोग पैदा करने वाले रोगाणुओं को नियंत्रित करना है। यह नियम स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर अपना दबाव बनाने की क्षमता रखते हैं।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने उठाए कदम
कोविड-19 संक्रमण के तेजी से फैलने का अहम कारण बताते हुए सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कहा गया कि इन मामलों के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें जनसंख्या की प्रतिरोधक क्षमता में कमी और साल के अंत में यात्रा और त्योहारी सीजन के दौरान यात्रा और सामुदायिक संपर्क में बढ़ोतरी होना शामिल है। इसकी वेबसाइट पर भी बताया गया है कि BA.2.86 के एक वेरिएंट JN.1 से संक्रमित मामले मौजूदा समय में सिंगापुर में 60% से अधिक फैलने वाले कोविड-19 मामलों के लिए जिम्मेदार हैं, जबकि BA.2.86 और इसके वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 21 नवंबर 2023 को रुचि के प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
लोग अपनी यात्रा को करें स्थगित
एमओएच द्वारा कहा गया कि मौजूदा समय में वैश्विक या स्थानीय स्तर पर किसी प्रकार के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। कि BA.2.86 या JN.1 अन्य कोविड वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है या किसी गंभीर बीमारी का कारण साबित होते हैं। उधर इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इंडोनेशियाई लोगों से अनुरोध किया गया है, कि वह ऐसे क्षेत्रों पर अपनी यात्रा के लिए बनाई गई योजनाओं को स्थगित कर दें, जहां कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में कोविड संक्रमण के लगभग दोगुने मामले मलेशिया में सामने आए हैं। इंडोनेशिया अधिकारियों द्वारा कई सीमा चौकियों पर फिर से थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं, जिनमें फेरी टर्मिनल और जकार्ता का मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शामिल है।
लोगों में पैदा हो रहा डर
वहीं दक्षिण एशिया के कई ऐसे देश भी हैं जहां इन उपायों को लागू किए जाने से लोगों के बीच डर की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जनता इन सख्त उपायों की वापसी के जोखिम को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील है। कुछ ऐसा ही महामारी के दौरान एशिया में देखने को मिला था, जोकि अन्य हिस्सों की तुलना में इन इलाकों में काफी लंबे समय तक चला था। कुछ ऐसे ही तनाव भरे संकट इस हफ्ते की शुरुआत में भी हमारे सामने आए हैं, जब सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग द्वारा फेसबुक पर लोगों से कहा गया है, कि विभिन्न नेटवर्क पर गलत सूचना प्रसारित की जा रही है, कि सरकार सख्त नियमों को बहाल करने का प्रयास कर रही है।
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