सोशल मीडिया पर आए दिन ऐसी कहानियां सुनने को मिलती हैं जोकि बेहद प्रेरणादायक होती हैं और लोगों को इससे काफी कुछ सीखने को भी मिलता हैं. आज इस लेख में हम एक ऐसी महिला के बारे में जानेगे, जिसने अपने पति के निधन के बाद अकेले ही मेहनत करके अपनी तीनों बेटियों को पढ़ाया और फिर IAS बनाया.
तीनों बेटियों को बनाया IAS
55 साल की मीरा ने अपनी बेटियों के अच्छे भविष्य के लिए दिन-रात मेहनत की और बेटियों ने भी मां की मेहनत को जाया नहीं जाने दिया. मीरा ने एक बार बातचीत के दौरान बताया था कि पति के निधन के बाद उन्होंने कभी भी बेटियों की पढ़ाई में कोई खलल नहीं आने दिया. दरअसल परिवार में ऐसा कोई नहीं था, जो उनके परिवार और बेटियों का खर्चा उठा पाए. फिर मीरा ने खुद खेतों में मज़बूरी करना शुरू कर दिया. ASLO READ: ऐश्वर्या राय से ज्यादा खूबसूरत हैं IAS टीना डाबी के पहले पति आमिर की मंगेतर…देखें फोटो
मीरा ने बताया कि उनके पति की इच्छा थी कि उनकी बेटियां पढ़-लिखकर एक बड़ी अधिकारी बने और उनका नाम रोशन करें. पति के निधन के बाद गांव के सभी लोगों मीरा पर बेटियों की शादी का दवाब भी बनाया. लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि जब तक वह अपनी बेटियों को उनके पैरों पर खड़ा नहीं कर देती हैं. तब तक वह उनकी शादी नहीं करेगी.
एक साथ तीनो ने पास किया IAS का एग्जाम

परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद मीरा ने बेटियों को सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान लगाने के लिए कहा. उनकी बेटियां कमला, ममता और गीता ने भी अपने पिता की इच्छा और मां की मेहनत का हमेशा जहन में रखा और पूरा जी-जान से IAS की तैयारी की. तीनों बहनों ने UPSC का एग्जाम दिया लेकिन तीनों को सफलता नहीं मिली. ASLO READ: IAS की नौकरी छोड़कर 14000 करोड़ की कंपनी का मालिक बना ये युवक, जानिए कैसे…
असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी तैयारियां और भी ज्यादा कर दी और आखिरकार तीनों ने ही IAS का एग्जाम दिया और एक साथ तीनों को सफलता भी मिली. बता दे कमला चौधरी ने ओसीबी रैंक में 32वां, गीता ने 64वां और ममता चौधरी ने 128वां स्थान हासिल किया. आज देशभर में मां और तीनों बेटियों की खूब खर्चा हो रही हैं.