दिल्ली के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी की शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट परिसर में उसके विरोधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. माना जा रहा है कि हमलावर उसके प्रतिद्वंद्वी टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के थे. गैंगस्टर कुख्यात ‘जितेंद्र गोगी गैंग’ चलाता था जो दिल्ली में हत्या और रंगदारी से जुड़े दर्जनों मामलों में शामिल था.
पुलिस के मुताबिक गोगी और सुनील ताजपुरिया उर्फ टिल्लू अलीपुर और सोनीपत में सालों से रंगदारी का रैकेट चला रहे हैं और दोनों गैंग के बीच लगातार हो रहे कलह के कारण खून-खराबा हुआ. गोगी और उसके सहयोगी हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, अवैध हथियार रखने, कारजैकिंग और जमीन हथियाने जैसे अपराधों में शामिल थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक जितेंद्र गोगी के नेटवर्क में 50 से ज्यादा लोग थे.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉपर थे गोगी
जितेंद्र और उनके सहयोगी कुलदीप फजा दिल्ली विश्वविद्यालय में टॉपर थे. एक रिपोर्ट के अनुसार, गोगी और टिल्लू गिरोह के बीच गैंगवार दशकों पुरानी प्रतिद्वंद्विता है, जो 2010 के आसपास दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र चुनावों के दौरान शुरू हुई थी.
स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज के छात्र गोगी ने सुनील ताजपुरिया उर्फ टिल्लू और उसके सहयोगियों को कॉलेज का चुनाव लड़ने वाले गोगी के दोस्त की पिटाई की थी. हालाँकि, गैंग-वार के बाद, गोगी का दोस्त चुनाव से हट गया लेकिन उस घटना ने गिरोह की प्रतिद्वंद्विता को जन्म दिया था.
पुलिस को लम्बे समय से थी गोगी की तलाश
गोगी को पहले भी इसी गिरोह के सदस्यों के साथ कई मामलों में गिरफ्तार किया गया था. 2016 में, गोगी को पानीपत पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन वह अदालत में ले जाने के दौरान तीन महीने के भीतर हिरासत से भागने में सफल रहा. गोगी पर पुलिस ने 4 लाख का ईनाम भी रखा था.
2017 में गोगी ने हरियाणा की लोकप्रिय लोक गायिका हर्षिता दहिया की हत्या कर दी, जो अपने करीबी सहयोगी दिनेश कराला के खिलाफ दर्ज एक हत्या के मामले में एक प्रमुख गवाह थी. आम आदमी पार्टी के नेता वीरेंद्र मान की भी नरेला में गोगी गिरोह के सदस्यों ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी.
2018 में गोगी तब चर्चा में आए जब उन्होंने दिल्ली के बुराड़ी में अपने प्रतिद्वंद्वी टिल्लू गिरोह के साथ गैंगवार में शामिल हुए. जिसमें तीन लोग मारे गए और पांच घायल हो गए. गोगी और उसके साथियों ने बीजी सड़क पर गैंगस्टर वीरेंद्र मान की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
2020 में गोगी को उसके तीन साथियों के साथ मार्च में दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने गिरफ्तार किया था. गोगी और उसके सहयोगियों- कुलदीप मान उर्फ फज्जा, रोहित मोई और कपिल के रूप में पहचाने गए गुरुग्राम से गिरफ्तार किए गए थे.
गोगी की गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से भारी मात्रा में कारतूस और हथियार बरामद किए गए. इससे पहले गोगी की जानकारी देने पर दिल्ली में 4 लाख रुपये और हरियाणा में 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी.
हालांकि, कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान फजा हिरासत से फरार हो गया। मार्च में एक मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर कुलदीप फज्जा मारा गया था.