सचिन तेंदुलकर की इकलौती बेटी सारा तेंदुलकर क्रिकेट फैंस के लिए हमेशा चर्चो में बनी रहती हैं। आपको बता दे इंस्टाग्राम पर सारा के 1.2 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। 23 साल की सारातेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर फैंस और शोहरत पाने के अलावा कुछ आलोचक भी हासिल किए जो उनके पीछे लगे रहते हैं और बुराई करने का एक भी मौका नहीं मौका छोड़ते हैं। कई बार लोग सोशल मिडिया पर फ़मोअस होने के लिए ऐसे बड़े स्टार्स को ट्रोल करते है। वे लोग बिना बात के स्टार्स को ऐसे कमेंट करते है। जिस कारण कभी कभी वो खुद ही हसी का पात्र बन जाते है। सारा तेंदुलकर को अच्छी से पता है कि इस तरह के लोगो से कैसे डील करना है।
सारा तेंदुलकर को पता है कि उन्हें जो उन्हें ट्रोल करते है उन्हें कैसे जवाब देना है। जो भी लोग बिना मतलब के उन्हें ट्रोल करते रहते हैं। 16 अप्रैल की शाम को कुछ ऐसा ही हुआ जब एक महिला ने सारा का मजाक उड़ाने की कोशिश की। आपको बता दे सारा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की थी। उस पोस्ट में उन्होंने अपनी कार में बैठकर कॉफी कप की तस्वीर सोशल मिडिया पर शेयर करते हुए लिखा, ‘ब्लू टोकाई कॉफी हमारी जिंदगी बचाती है।’
‘पापा का पैसा बर्बाद कर रही’
इस स्टोरी को सोशल मीडिया पर शेयर करने के बाद एक महिला यूजर ने सारा तेंदुलकर को ट्रोल करते हुए कहा था कि वो अपने पापा का पैसाको पूरी तरह से बर्बाद कर रही है। इस कंमेंट् पर सारा ने इस दूसरी स्टोरी में इस महिला को टैग करती हुए मैसेज का स्क्रीनशॉट भी सोशल मिडिया पार शेयर किया है। सारा ने करारा जवाब देते हुए लिखा है कि , ‘कोई भी पैसा जो कैफीन पर खर्च हुआ हो, वो उस पैसे का बेतरीन इस्तेमाल है,इसे बर्बाद करना नहीं कहते ।
आपको यह बात बता दे है कि जिस महिला ने सारा तेंदुलकर की कॉफी पर कमेंट किया था। महिला ने आईपीएल ऑक्शन में अर्जुन तेंदुलकर के 20 लाख रुपये की कीमत पर बिकने को लेकर ट्रोल करते हुए लिखा है कि, ‘अर्जुन तेंदुलकर सबसे सस्ता लड़का है ,’मुंबई इंडियंस ने आईपीएल के इस सीजन के लिए अर्जुन तेंदुलकर को 20 लाख रुपये में खरीदा है।
अर्जुन तेंदुलकर आईपीएल के इस सीजन में डेब्यू भी करें।अर्जुन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के नेट्स सेशन में जमकर पसीना बहा रहे हैं। आपको यह जानकारी दे दे कि अर्जुन से पहले सचिन तेंदुलकर भी लंबे समय तक मुंबई इंडियंस के लिए खेलते थे। बता दे सचिन तेंदुलकर ने आईपीएल के चार सीजन में मुंबई की कप्तानी की,लेकिन वह टीम को खिताब नहीं जिता सके थे।