बॉलीवुड जगत में किसी भी एक्टर को अपनी जगह बनाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जी हां बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया में हर व्यक्ति अपनी किस्मत चमकाने में कामयाब नहीं होता, बहुत ही कम लोग ऐसे होते हैं जो सफलता की उन ऊंचाइयों तक पहुंच पाते हैं। ऐसे कई अभिनेता होते हैं, जो अपने दिल में एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई आते तो हैं, लेकिन बहुत ही कम लोगों का सपना पूरा हो पाता है और उन्हें अपनी किस्मत चमकाने का सुनहरा अवसर मिल पाता है। आज इस आर्टिकल के जरिए एक ऐसे ही एक्टर के बारे में बात करेंगे, जो अपने कार्यकाल के दौरान आयुष्मान खुराना से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक की फिल्मों में काम कर चुके हैं। लेकिन आज किन्ही कारणों के चलते उन्हें अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए सड़क किनारे फल बेचने पड़ रहे हैं।
बड़े स्टार्स की फिल्मों में कर चुके काम

यहां बात हो रही है सोलंकी दिवाकर की, जो ‘ड्रीम गर्ल,’ ‘द व्हाइट टाइगर’ और ‘सोन चिरैया’ जैसी कई फिल्मों में काम करते नजर आए हैं, लेकिन आज किन्हीं कारणों के चलते वह फल बेचने पर मजबूर हो गए हैं। अगर देखा जाए तो वह एक फ्रूट सेलर ही है। इसके अतिरिक्त वह फिल्मों में भी छोटे-मोटे किरदार निभाते नजर आते हैं। लेकिन जब सोलंकी दिवाकर को पूरी तरह से फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया तो अपने परिवार को पालने के लिए उन्होंने सड़क किनारे फल बेचना शुरू कर दिया।
View this post on Instagram
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत करते हुए सोलंकी दिवाकर ने कहा कि कोरोना के दौरान जिस समय लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, मुझे अपनी जरूरत को ध्यान में रखना पड़ा। उस समय मुझे अपना किराया भी देना था, और अपने परिवार के खर्चों को भी मैनेज करना था। उस समय मुझे और कोई रास्ता नजर नहीं आया ,तो फिर मैने फल बेचने शुरू कर दिए, क्योंकि उन्हें अपना परिवार और अपने दो बेटों को पालने के लिए पैसे की आवश्यकता थी। अगर वह ऐसा ना करते तो उनका परिवार किसी कोरोना जैसी बीमारी से नहीं बल्कि भूख से अवश्य मर जाता।
ऋषि कपूर के साथ नहीं मिला शूटिंग का मौका

अपनी बात को जारी रखते हुए सोलंकी दिवाकर ने आगे कहा कि मुझे ‘शर्मा जी नमकीन में फ्रूट सेलर का किरदार निभाने का अवसर मिला था। उस समय मेरे ऋषि कपूर के साथ दो या तीन डायलॉग भी थे। मुझे शूटिंग के लिए डेट भी दी जा चुकी थी, लेकिन 2 से तीन बार तारीख बदलनी पड़ी और फिर अचानक सर की तबियत खराब होने से उन्हें वापस मुंबई जाना पड़ा। फिर दुर्भाग्यवश सर का निधन हो गया और फिर उनके साथ मेरी शूटिंग नहीं हो सकी। लेकिन मैं उसे उनके साथ शूटिंग करने के लिए बहुत अधिक एक्साइटेड हो रहा था ,लेकिन अब मुझे इस बात का हमेशा दुख रहेगा कि हमारी शूटिंग नहीं हो सकी।
मजबूरी में करना पड़ रहा है फल बेचने का काम
ज़ी न्यूज़ के साथ हुए इंटरव्यू में सोलंकी दिवाकर ने कहा कि ‘एक्टिंग उनका पहला प्यार’ है। उन्हें एक्टिंग का जबरदस्त चस्का अपने होमटाउन अछनेरा (यूपी) में थिएटर में पापड़ बेचने के दौरान लग गया था। अगर उन्हें लगातार काम मिलने लगता, तो शायद वह आज फल बेचने पर मजबूर नहीं होते। क्योंकि फिल्मों में काफी बेहतर कमाई हो जाती है। जिसके चलते परिवार का खर्चा आसानी से निकल आता है। फिर अभिनेता ने आगे बताया कि यह मेरी बहुत बड़ी बदकिस्मती है, जिसके चलते मुझे लगातार काम नहीं मिल सका और मैं मजबूरी वश फल बेचने पर मजबूर हो गया, क्योंकि इसके अतिरिक्त मेरे पास और कोई विकल्प शेष नहीं था।
Read Also :- सोनम कपूर ने डेविड बेकहम के लिए रखी वेलकम पार्टी, इस हसीना ने अपनी अदाओं से लूटी महफ़िल