कहने को तो हमारा देश आजाद हो चूका हैं, इसके बावजूद देश में ऐसी कई जगह हैं. जहाँ भारतीयों के जाने पर ही बैन हैं. सुनने में ये अजीब लगे लेकिन ये एकदम सच हैं. बताया जाता हैं कि इन जगहों पर सिर्फ विदेशी टूरिस्ट के लिए रिजर्व किया गया था. आज इस लेख में हम इन्ही पांच जगहों के बारें जानेगे, जहाँ इंडियंस नहीं जा सकते हैं. ये 15 अद्भुत फोटो देखकर आप भी कहेंगे इत्तेफाक किसी के साथ भी हो सकता हैं
1) गोवा का ओन्ली फॉरेनर्स बीच
गोवा राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से टूरिस्ट्स पर निर्भर हैं. जिसमे ज्यादातर विदेशी टूरिस्ट्स शामिल हैं. बताया जाता हैं कि गोवा में ऐसे कई समुद्री बीच हैं, जहाँ इंडियंस का जाना बैन हैं. दरअसल विदेशों टूरिस्ट्स की शांति में कोई खलल न हो इसके मद्देनजर इन बीच पर भारतीय का आना बैन हैं.
2) अंडमान-निकोबार का नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के एक द्वीप नॉर्थ सेंटिनल आइलैंड में केवल आदिवासी लोग ही रहते हैं. बताया जाता हैं कि ये एक ऐसा द्वीप जो बाहरी दुनिया से बिल्कुल भी संपर्क नहीं रखता है. इसके आलावा इस द्वीप पर बाहर से आए हुए किसी भी व्यक्ति का जाना बैन हैं.
3) हिमाचल प्रदेश में कसोल का फ्री कैफे
हिमाचल के कसोल में फ्री कैफे बना हुआ हैं. बताया जाता हैं कि इस कैफे का इस्तेमाल सिर्फ इजराइली मूल के लोग ही करते हैं. यहाँ तक कि इस कैफे में इंडियन टूरिस्ट्स का आना भी बैन हैं. जम्मू-कश्मीर के चिनाब नदी पर बन रहा हैं एफिल टॉवर से ऊँचा रेलवे ब्रिज, देखें फोटो
4) चेन्नई का रेड लॉलीपॉप हॉस्टल
चेन्नई में स्थित रेड लॉलीपॉप हॉस्टल में भारतीयों का आना बैन हैं. होटल मैनेजमेंट का कहना है कि वह सिर्फ पहली बार भारत आने वाले टूरिस्ट्स को ही सर्विस देते हैं. इसके आलावा वे भारत के देसी टूरिस्ट्स को हॉस्टल अपनी सर्विस नहीं देता. बताया जाता हैं कि इस हॉस्टल में पासपोर्ट दिखकर एंट्री होती हैं.
5) बेंगलुरु का यूनो-इन-होटल
बेंगलुरु शहर में स्थित यूनो-इन नाम के एक होटल में भी इंडियन लोगों के जाने पर पाबंदी हैं. ये होटल सिर्फ जापान के लोगों के लिए रिजर्व हैं. बताया जाता हैं कि इस होटल का निर्माण साल 2012 में किया था लेकिन नस्लीय भेदभाव के आरोप के चलते इसे दो साल बाद ही बंद कर दिया गया था.