अनिल कपूर की बेटी सोनम कपूर बहुत ही खूबसूरत फैशनेबल एक्ट्रेस हैं और उनकी फिटनेस भी लाजवाब है।उनकी ऐसी फिटनेस देखकर नहीं लगता है कि उन्हें टाइप-1 डायबिटीज हुई होंगी। खबरों के अनुसार सोनम अपनी 17 साल की उम्र से ही इस बीमारी को झेल रही है। इस बीमारी को कम करने के लिए वो इंसुलिन लेती है। और वो अपनी फिटनेस के लिए रोज योग और एक्सरसाइज भी करती हैं।इतना ही नहीं वो हेल्दी रहने के लिए हेल्दी डाइट भी लेती हैं। इसलिए तो उनकी फिटनेस इतनी अच्छी लगती हैं। फिर सोनम कपूर के निशाने पर आई ऐश्वर्या राय, कहा- ‘ऐश्वर्या ने उनके पिता के साथ….’
डायबिटीज को मधुमेह भी कहते हैं। यह एक ऐसी स्वस्थ्य बीमारी है जिसको ज्लदी ठीक नहीं किया जा सकता है। और यह शरीर के ऊर्जा को भी कम करती है। बेडरूम की फोटो शेयर करके ट्रोल हुई सोनम कपूर, आ रहे हैं इस तरह के भद्दे कमेंट
टाइप-1 डायबिटीज बीमारी ऐसी है जो हमारे द्वारा खाए गए भोजन को हमारा शरीर ग्लूकोज में तोड़कर हमारा खून में रिलीज़ के देती है। और जब खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है तब पैंक्रियाज को इंसुलिन हॉर्मोन रिलीज करने का संकेत मिलती है। इंसुलिन कोशिकाओं की मदद से ग्लूकोज को ख़तम करती है। जिससे रक्त में ग्लूकोज की मात्रा कंट्रोल होती हैं। परंतु शरीर इंसुलिन के लिए असंवेदनशील हो जाता है।
टाइप-1 डायबिटीज़ में इम्यून सिस्टम की इंसुलिन उत्पादन करने वाली पैंक्रियाज की सेल्स को खत्म कर देती हैं। जिससे शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है। इस बीमारी को ज्यादातर किशोरावस्था में होने की सम्भावना होती है। इसे जुवेनाइल डायबिटीज भी कह सकते है।
यह बीमारी किसी भी बच्चे को हो सकती है, जिसकी उम्र 6-18 के बीच हो। और इसके कुछ लक्षण भी देखने को मिलती है।
इस बिमारी को होने पर बहुत ज्यादा प्यास लगती है या बार बार पेशाब लगता है। शरीर को थकावट सी लगती है। यह बिमारी शरीर पर हुए घाव को ज्लदी ठीक नहीं होने देती है।इससे शरीर में खुजली होना या सर में दर्द होती है। या कभी कभी चक्कर आती है। इससे वजन मे कमी होने लगती है। इतना ही नहीं अगर इसे जल्दी नियंत्रित नहीं किया गया तो यह बड़ी बीमारी जैसे हार्टअटैक, आंखो से धुंधला दिखना, इंफेक्शन्स या दिल के रोग भी उत्पन्न कर सकती है।
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए कुछ टेस्ट करवाने होते है जैसे कि फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट, ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट, रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट आदि के जांच के बाद इसका इलाज करवाया जा सकता है। और मधुमेह से ज्यादा पीड़ित लोगो को इंसुलिन इंजेक्शन दिए जाते हैं।लेकिन अगर यह कम है तो इसे अच्छी खान – पान और योगा एक्सरसाइज आदि द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। और इसके लिए डायट पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है जैसे – इस बिमारी को नियंत्रित करने के लिए हरी सब्ज़ियां,खट्टे फल, कुछ पत्ते वाले सब्जियां खान, मछली आदि जैसी चीजें खाने चाहिए ।