हमने अपने आस पास ऐसे कई बड़े लोगो को देखा होगा, जिन्होंने अपनी जिंदगी में गरीबी को बहुत करीब से देखा है और जिनका बचपन गरीबी में गुजरा हैं। इसके बावजूद उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष के दम पर लोकप्रिय हो कर दिखाया हैं। आज हम बात कर रहे भोजपुरी सिनेमा के मशहूर अभिनेता खेसारी लाल यादव की, जो उन्हीं कुछ लोकप्रिय लोगो में आते है, जिनकी जिंदगी भी ऐसी ही कुछ थी, और आज वे भोजपुरी सिनेमा के चर्चित अभिनेताओं में से एक जाने जाते हैं। चलिए जानते है, बचपन में भैंस चराने और बड़े हो कर ठेले पर लिट्टी-चोखा बेचने वाले खेसारी कैसे आज इतने लोकप्रिय बने।
हाल ही में खुद से जुड़ी एक साक्षात्कार के चलते चर्चा में आए खेसारी लाल
दरअसल, हाल ही में खेसारी लाल के द्वारा उनसे जुड़ा एक साक्षात्कार उन्होंने साझा किया हैं। जिसमें उन्होंने अपने असली नाम जैसे कुछ ख़ास बातो को बताया हैं। वैसे तो इसके अलावा भी वे आए दिन अपने भोजपुरी फिल्मों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। आइए जानते है उन्होंने अपने साक्षात्कार में क्या कुछ कहा हैं।
उन्होंने अपने साक्षात्कार में बताया की पहले उनके पास न अच्छी शक्ल थी और न ही बॉडी
एक समाचार चैनल के इंटरव्यू के बातचीत में अभिनेता ने कुछ इस तरह कह कर अपने बीते हुए कल के बारे में बताया, ‘जब मैं आया था तब न शक्ल थी और न ही बॉडी। सिर्फ 35 किलो वजन था न ही मुंबई में मेरा कोई अपना था. मैं यहां तक आया तो ये लोगों का प्यार है’।
खेसारी लाल ने अपनी सफलता का श्रेय भगवान को दिया
खेसारी लाल आगे कहते है, ‘मैं अपनी भगवान स्वरूप जनता के गोद में खेलता हूं अब. मेरे पास कुछ था नहीं, मैंने मेहनत की और भगवान ने मुझे दो पैसे दे दिए. साइकिल चलाने की औकात नहीं थी भगवान ने कहा कि फॉर्च्यूनर खरीद ले, अच्छी गाड़ी थी तो मैंने खरीद ली. आगे भी क्या क्या खरीदूंगा, भगवान जानें. आगे भी लोगों के बदौलत ही खरीदने वाला हूं कुछ भी’।
लोगों के प्यार ने मेरा नाम खेसरी दिया
खेसारी ने बताया कि उनके माता पिता ने उनका नाम शत्रुघ्न रखा था, पर शायद ही यह नाम किसी को पता होगा, खेसारी’ नाम मेरी लिए बहुत कीमती हैं, क्योंकि यह लोगों का प्यार हैं। उसी नाम से दुनिया मुझे जान रही है। खेसारी ने बताया आज में जहां भी हूं, लोगों के प्यार और विश्वास के कारण उन्होंने यहां तक यह भी कहा कि जब वह इंडस्ट्री में आए तब तब वह पूरे अकेले थे, उनका साथ किसी नहीं दिया था’।