Satya Prakash Sharma : 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोरों – शोरों से तैयारियां हो रही हैं। जल्द ही इस भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का दिन निकट आने वाला है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्राण प्रतिष्ठा में सम्मिलित होने के लिए 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। इससे पहले 16 जनवरी से कई अन्य अनुष्ठानों की शुरुआत हो जाएगी। जैसे-जैसे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन निकट आ रहा है, वैसे-वैसे कई ऐसे राम भक्त हमारे सामने आ रहे हैं, जिन्होंने राम भक्ति में विलीन होकर कुछ ऐसा कर दिया जिसे सुनकर आप आश्चर्यचकित हो उठेंगे। कुछ ऐसी ही कहानी अलीगढ़ के रहने वाले सत्यदेव शर्मा की है, जिन्होंने राम भक्ति में विलीन होकर 21 सालों से अन्न का त्याग कर दिया है। उन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाएगा और खुद रामलला इस मंदिर में विराजमान नहीं हो जाएंगे, तब तक वह अन्य ग्रहण नहीं करेंगे।
कौन है यह राम भक्त
राम भक्ति में विलीन यह शख्स सत्य प्रकाश शर्मा है। जोकि 21 सालों से वृद्धा आश्रम चला रहे हैं। उन्होंने लगभग 37 साल पहले अपने गांव को छोड़ दिया था और अलीगढ़ के जवाहर नगर में वृद्धा आश्रम की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि वह एक शिव भक्त हैं और 21 साल पहले उन्होंने एक ऐसा स्वप्न देखा था, जिसमें भगवान शंकर कह रहे हैं, कि अयोध्या में मेरे इष्ट श्री राम का मंदिर नहीं बन पा रहा है। इसके बाद से सत्य प्रकाश जी ने प्रतिज्ञा की कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर नहीं बन जाता, तब तक मैं बिल्कुल भी अन्न ग्रहण नहीं करूंगा। अब 22 जनवरी को राम मंदिर की स्थापना के बाद उनकी प्रतिष्ठा पूरी हो जाएगी, तब कहीं जाकर वह अन्न ग्रहण करेंगे।
सत्य प्रकाश शर्मा के परिवार की जानकारी
सत्य प्रकाश शर्मा राम मंदिर के निर्माण से बहुत अधिक खुश हैं। उनके परिवार में तीन बेटे, पत्नी, बहू, नाती – पोते सभी लोग मौजूद हैं, लेकिन वह इन सबसे दूर एक वृद्धा आश्रम चलाते हैं और उन्की सेवा कर उन्हें काफी आनंद मिलता है।
21 सालों से बिना अन्न के जीवित यह शख्स
सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया की परिवार की कुछ कहा सुनी के चलते मैं जवाहर नगर में आ गया और 37 सालों से यहां वृद्धा आश्रम चलाता हूं। मैं 21 सालों से अन्न का त्याग कर चुका हूं। मैं शंकर जी का परम भक्त हूं, इन्हीं कारणों से 21 सालों पहले मुझे शंकर जी ने स्वप्न दिया और कहा कि मैं भगवान राम का भक्त हूं और मेरे ईस्ट श्री राम का मंदिर अयोध्या में नहीं बन पा रहा है, तब से मैंने प्रतिज्ञा की थी, कि जब तक भगवान राम का मंदिर अयोध्या में नहीं बन जाता तब तक मैं अन्न नहीं खाऊंगा। तभी से मैंने अन्न का त्याग कर दिया।
लोग हैं आश्चर्यचकित
सत्य प्रकाश शर्मा ने आगे बताया कि मेरे अन्न त्याग करने का मेरी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा है। पिछले 21 सालों से मैंने अब तक सिर्फ कच्ची लोकी खाई है। इसके अतिरिक्त डेढ़ लीटर पानी में छह चम्मच चीनी डालकर मैं नींबू की शिकंजी बनाकर पीता था। दिन भर में मैं 6 नींबू लेता था। इसके साथ-साथ कच्ची मूंगफली का भी सेवन करता था, जिसके चलते मैं आज भी पूर्णतया स्वस्थ और सेहतमंद हूं। मुझे अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर बहुत अधिक गर्व है कि वह मेरी इस प्रतिज्ञा को पूरा कर रहे हैं, मैं राम मंदिर के दर्शन के लिए अवश्य जाऊंगा।
डॉक्टर्स का क्या है कहना
डॉ विकास मल्होत्रा ने इस बात को लेकर कहा कि हमें भोजन से कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और मिनरल्स मिलता है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति भोजन का त्याग कर मूंगफली या फल का सेवन करता है तो उसे कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और मिनरल्स की मात्रा मिल जाती है। यह बात मेडिकली पॉसिबल है, कि कोई भी व्यक्ति बिना अन्न का सेवन किए फ्रूट्स और मूंगफली जैसी चीजों को खाकर जीवित रह सकता है। अगर किसी व्यक्ति में एथलीट जैसी कोई बीमारी है तो उसके लिए यह मुश्किल हो सकता है, लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति सिर्फ मूंगफली फ्रूट्स और जूस का सेवन करके आराम से बिना भोजन खाए जीवित रह सकता है।
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