जैसा की हम सभी जानते है नवाब मलिक एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। फिल्हाल अभी वे में महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री हैं। आपको बता दे नवाब मलिक गोंदिया और परभणी के संरक्षक मंत्री भी हैं। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मुंबई एनसीपी के अध्यक्ष भी हैं। यह जानकारी दे दे कि नवाब मलिक महाराष्ट्र के आवास मंत्री भी रह चुके हैं।
यह बता दिया जाए कि नवाब मलिक का जन्म 20 जून 1959 को उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले में हुआ था। श्री मलिक 1995 से 2004 तक समाजवादी पार्टी में रहे थे। फिर इसके बाद 2004 में पाला बदलकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए थे।
आपको बता देनवाब मलिक का जन्म गांव यूपी के धुसवा में हुआ। वयह स्थान बलरामपुर में उतरौला तहसील के पास स्थित है । मलिक सिर्फ 11 साल की उम्र में 1970 में बॉम्बे आ गए थे। फिर उनका विवाह महजबीन से हुआ। नवाब मलिक के 2 बेटे और 2 बिटियां हैं। उन्होंने बेटों का नाम फ़राज़ और आमिर रखा है। बता दे नवाब मलिक के बेटियों का नाम नीलोफ़र और सना मलिक है। उनकी बेटी नीलोफर के पति का नाम समीर खान है।
नीलोफर मलिक खान
नीलोफर मलिक समीर खान से शादी करने के बाद नीलोफर मलिक खान में उनका नाम तब्दील हो गया। नीलोफर लूकवाईज भी काफी खूबसूरत हैं। नीलोफर सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव रहा करती हैं। यह दुर्भाग्य है कि फेसबुक पेज पर उनके सिर्फ 7882 लाइक्स है। उनके ट्विटर पर सिर्फ 3701 फॉलोवर हैं। उनकेइंस्टाग्राम पर भी 5727 फॉलोवर हैं।
नीलोफर ने शनिवार को ट्विटर पर एक नोट शेयर किया है, जिसमें पति की गिरफ्तारी के बाद हुए ‘मानसिक उत्पिडंन’ का वर्णन किया गया है।
उस नोट में निलोफर ने लिखकर बताया है कि “12 जनवरी की बात है, जब उनके पति समीर खान को उनकी मां का फोन आया कि, उन्हें अगले दिन एनसीबी ने कार्यालय में उन्हें बुलाया गया है। उनसे सुबह 9 से 12 बजे तक बहुत पूछताछ की गईथी। उनकी पत्नी बिना किसी स्पष्टता के घर पर इंतजार कर रही थी। भावुक होकर निलोफर अपना हाथ खिड़की के शीशे में दे मारी, जिससे वह निलोफ़र के पैर पर गिर गया। जिसके वजह से निलोफर के पैर में 250 टांके लगे। वे 15 घंटे तक निलोफर और समीर के बच्चों के लिए बेहद दर्दनाक पल था।
पत्र में आगे निलोफर लिखकर बताती हैं कि, “उनके बच्चों ने सारे दोस्त खो दिए, उनपर पर पेडलर होने का ठप्पा लग गया। अगली सुबह उनकी सुरक्षा गार्ड का फोन आया कि हमारे दरवाजे पर एनसीबी अधिकारी आए हैं और वे हमारे घर और कार्यालय की तलाशी लेने लगे। यह बात सुबह साढ़े सात बजे की है । निलोफर वहां पहुंची, उससे पहले ही वे गार्ड से पहले ही चाबी लेकर, हमारे कार्यालय में घुस चुके थे।
निलोफर के सामान को इधर-उधर फेंकने और दोनों जगहों की अच्छी तरह से तलाशी के बाद उन्हें कुछ भी नहीं मिला था।सबूत न होने के बावजूद भी,समीर को महीनों तक हिरासत में रखा गया।”
एक खान का क्या है मामला ?
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को 13 जनवरी को नशीली दवाओं की अधिक मात्रा के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। आठ महीने की जेल में काटने के बाद 27 सितंबर को उन्हे रिहा कर दिया गया। एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने समीर खान को एक ब्रिटिश नागरिक करण सजनानी से 200 किलो ड्रग्स जब्त करने के मामले में हिरासत में लिया था। आपको बता दे कि समीर खान से जुड़े ड्रग मामले में एनसीबी द्वारा जनवरी में गिरफ्तार किए गए ब्रिटिश नागरिक करण सजनानी बुधवार को विशेष जांच दल के सामने पेश किये गए थे।