मां शब्द सुनते ही सबके दिमाग में अपनी माता की और एक ममता की मूरत नजर आती है। एक बच्चे को जन्म देने वाली मां दुनिया में उस बच्चे के लिए सबसे बड़ी होती है और एक भगवान का रूप होती है। जो मनुष्य अपने माता पिता को भगवान मानता है उसे किसी मंदिर मस्जिद में जाने की जरूरत नहीं पड़ती उसका मंदिर और मस्जिद उसका खुद का घर होता है और उसमें मौजूद माता-पिता उसके भगवान होते हैं। मां का प्यार दुनिया में सबसे पवित्र माना जाता है और इसी प्यार को सही साबित करते हुए एक महिला ने अपने बेटे की जान बचा ली और यमराज से अपने बेटे को वापस छीन लिया। आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला
डॉक्टर ने कर दिया था मृत घोषित
हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले एक दंपति हितेश और जानवी के एक बेटा था जिस की तबीयत खराब हो गई और उसे हॉस्पिटल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने बताया कि इसे टाइफाइड है और दिल्ली ले जाएं। इसके बाद दंपती ने अपने 6 साल के बेटे को दिल्ली ले जाने का फैसला किया लेकिन दिल्ली पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह सुनकर माता-पिता के होश उड़ गए और शव को घर ले जाया गया।
मां ने नहीं ले जाने दिया अंतिम संस्कार के लिए
डॉक्टर के द्वारा लड़के को मृत घोषित करने के बाद शव को घर लाया गया जहां से अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही थी लेकिन बच्चे की मां जानवी अपने बेटे को छोड़ने को तैयार नहीं थी और उसे अपने पास ही रखना चाहती थी इसलिए जानवी अपने बेटे के सर के पास बैठकर बार-बार उसके सर को चूम रही थी और दुआ कर रही थी कि ‘तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकता मैं तुझे नहीं जाने दूंगी कैसे भी करके बैठा वापस लौट आ।’ बार-बार यही दुआ करने के बाद ऐसा चमत्कार हुआ जिसे देख कर सब की रूह कांप गई। बच्चे के शरीर में थोड़ी हलचल होने लगी जिसके बाद आनन-फानन में उसे वापस अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज हुआ और वह सुरक्षित घर लौट आया।