6 फरवरी की सुबह जैसे ही स्वरा कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन की खबर आई, सभी हैरान रह गए. फिल्म इंडस्ट्री में मातम छा गया. लता मंगेशकर का निधन 92 साल की उम्र में मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर के कारण हुआ. जब तन्मय भट्ट ने किया था लता मंगेशकर का अपमान, विडियो से हो गया था बवाल
5 साल की छोटी उम्र से काम करने वाली लता मंगेशकर ने करीब 7 दशक तक काम किया. हजारों गाने गाए और अभिनय भी किया. लेकिन म्यूजिक की दुनिया में लता मंगेशकर का सफर आसान नहीं था. जहां एक बार उसे खाने में जहर देकर मारने की कोशिश की गई तो शुरुआती दिनों में उसके साथ गाली-गलौज भी की गई. लेकिन आज इस लेख में हम उनके सफेद साड़ी पहनने की वजह जानेगे.
ये बात किसी से छुपी नहीं हैं कि लता दीदी को सफेद रंग बहुत ही प्यारा था. वह अकसर इसी कलर की साड़ी पहनती थी. हालाँकि कभी उनकी साड़ी प्लेन होती थी और कभी-कभी इसमें अलग-अलग रंग का बॉर्डर या फिर प्रिंट हुआ करता था. उन्हें साड़ियों में ज्यादातर सिल्क के कपड़े की बनी साड़ियाँ पसंद थी. जबकि कुछ तो केवल उनके लिए ही कस्टम मेड होती थीं. 5 भाई-बहनों में सभी बड़ी थी लता मंगेशकर, जानिए अब कहाँ हैं परिवार के सभी सदस्य…
लता मंगेशकर जब भी सफेद साड़ी पहनकर निकलती थीं, तो उनकी सादगी देखकर सभी उनके दीवाने हो जाते थे. एक बार इंटरव्यू में लता मंगेशकर से पूछा गया कि वह सफेद रंग इतना क्यों पसंद क्यों हैं? इस पर उन्होंने बेहद ही सहजता के साथ बताया था कि उन्हें बचपन से ही सफेद रंग काफी पसंद था. वह जब छोटी थी और घाघरा-चोली पहनती थीं, तो वो भी इसी रंग की हुआ करती थी. हालांकि, बीच में ऐसा समय आया, जब उन्होंने पीले, गुलाबी जैसे हर रंग की साड़ियां पहनना शुरू कर दी थी. जानिए कितनी संपत्ति छोड़कर गई हैं ‘भारत कोकिला’ लता मंगेशकर
लता दीदी ने बताया कि 1-2 वर्ष तक ऐसा करने के बाद एक दिन अचानक से उनके दिमाग एक विचार आया कि इस बात का तो कोई अंत ही नहीं है कि कभी उन्हें पिंक पसंद आ रहा है, तो कभी पीला और नीला. यही कारण हैं कि उन्होंने फैसला लिया कि वह इन अलग-अलग रंगों को छोड़ते हुए केवल सफेद रंग की ही साड़ियां पहना करेंगी.