दिल्ली में बन रहे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर इन दिनों तेजी से काम चल रहा हैं. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत देश के नए संसद भवन को तैयार किया जा रहा हैं.एक तरफ कई राजनैतिक दलों ने इस प्रोजेक्ट की आलोचना की हैं, दूसरी तरफ भारत सरकार इस पर तेजी से काम कर रही हैं. अब इस प्रोजेक्ट का पहला लुक मीडिया में सामने आ चुका है. बता दे सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का काम कुल 85.3 हेक्टेयर में चल रहा है. जानिए कितना हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दिन का खर्चा
जानिए क्या-क्या हैं इस प्रोजेक्ट की खासियत
प्रोजेक्ट पर बात करते हुए अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि लाल ग्रेनाइट वॉकवे चारों ओर हरियाली के साथ 1.10 लाख वर्ग मीटर में फैले हुए हैं, राजपथ के साथ 133 लाइट पोल, 4,087 पेड़, 114 आधुनिक साइनेज और स्टेप गार्डन राष्ट्रीय राजधानी में पुनर्विकसित सेंट्रल विस्टा का हिस्सा होंगे.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच बगीचों और राजपथ के साथ कुल 915 लाइट पोल होंगे, जिसका उद्देश्य सेंट्रल विस्टा को अधिक पैदल यात्री-अनुकूल के बनाना है. इस साल गणतंत्र दिवस परेड देखने वाले लोगों को राजपथ के नए रूप और सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बनाई गई सुविधाओं के संदर्भ में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे.
सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि रविवार को फुल ड्रेस रिहर्सल परेड होगी. पुरी ने संवाददाताओं से कहा, “हाल ही में बारिश आदि के बावजूद, सभी काम पूरे हो गए हैं.” उन्होंने कहा कि केवल 25 पेड़ों को शिफ्ट किया गया है और उनमें से 22 पेड़ों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है और तीन यहां हैं. जानिए क्या हैं रुद्राक्ष? जिसके उद्घाटन के लिए वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार आठ एमेनिटी ब्लॉक बनाए जा रहे हैं, जबकि चार पैदल यात्री अंडरपास पूरे हिस्से में बनेंगे. यह दर्शाता है कि विकसित एरिये पर ‘ट्री एवेन्यू’ में 4,087 पेड़ हैं, हालाँकि पहले इसकी संख्या 3,890 थी. राजपथ के साथ 1,10,457 वर्गमीटर में फैले नए लाल ग्रेनाइट पैदल मार्ग बनाए गए हैं, जो बजरी रेत की जगह पहले जमीन पर थे. जानिए क्यों PM नरेंद्र मोदी और अन्य VIP के सुरक्षा गार्ड हमेशा पहनते हैं काले धूप का चश्मा
इसके आलावा राजपथ पर 987 कंक्रीट के बोल्डर लगाए गए हैं. कुल 1,490 आधुनिक दिखने वाले मैनहोल पहले वाले मैनहोल को बदल चुके हैं. बता दे सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास कार्य शापूरजी पालोनजी एंड कंपनी लिमिटेड कर रहा है. सेंट्रल विस्टा की पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत राष्ट्र का पावर कॉरिडोर- एक नया त्रिकोणीय संसद भवन, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय, तीन किलोमीटर के राजपथ का सुधार, एक नया प्रधान मंत्री निवास और प्रधान मंत्री कार्यालय और एक नए उपाध्यक्ष एन्क्लेव का काम शामिल हैं.