Jitendra Rape Case : देश में MeToo आन्दोलन के दौरान बॉलीवुड के कई दिग्गजों की काली करतूतों की पोल खुली थी. टीवी और फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े स्टार्स पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. लेकिन आज इस लेख में हम हिंदी सिनेमा के एक ऐसे एक्टर बारे में बताने जा रहे हैं, जिस पर आपको यकीन नहीं होगा. जितेन्द्र की एक गलती की वजह से 47 की उम्र में बिन ब्याही माँ बन चुकी हैं एकता कपूर
दरअसल बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर जितेन्द्र की ममेरी बहन ने उन पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था. जब ये खबर मीडिया में आई थी जब सिनेमा जगत में भूचाल आ गया था और कुछ ही समय में ये खबर आग की तरह सभी जगह फ़ैल गई थी. आरोप काफी संगीन था ऐसे में जितेन्द्र ने भी जवाब देने में देरी नहीं की और उन्होंने अपने वकील के जरिए सभी आरोपों को बेबुनियाद, हास्यापद और मनगढ़ंत बताया था.
जितेन्द्र के वकील का कहना था कि एक्टर को परेशान करने के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. लेकिन दिलचस्प बात ये हैं कि इस पर कभी जितेन्द्र और उनके परिवार की तरफ से कोई भी ब्यान सामने नहीं आया. जानिए कैसे करवा चौथ व्रत ने बचाई थी जितेन्द्र की जान.. एक्टर ने खुद सुनाया किस्सा
साल 2017 में जितेन्द्र की ममेरी बहन ने हिमाचल प्रदेश के डीजीपी को लिखित शिकायत देकर कहा था कि नशे की हालत ने जितेन्द्र ने उनके साथ रेप की कोशिश की थी. उन्होंने बताया, कि “जब मैं टीनएज में थी, तब मैं उनके परिवार से मिली थी.जनवरी 1971 में जब मैं 18 साल की थी और जितेंद्र 28 साल के थे. उन्होंने मेरे पिता से कहकर मुझे उस जगह बुलाया, जहां उनकी फिल्म की शूटिंग चल रही थी. मि. कपूर(जितेन्द्र) अपने 2 साथियों और ड्राइवर के साथ वहां आए थे. इसके बाद हम सभी एक साथ दिल्ली से शिमला गए. रास्ते में किसी ने भी मुझसे कोई बात नहीं की.”
उन्होंने आगे बताया, कि “शिमला पहुंचने पर हम सीधे होटल रूम गए, जिसमें 2 अलग-अलग बेड मौजूद थे. मिस्टर कपूर(जितेन्द्र) ये कहकर चले गए कि मैं आराम कर लूं और वो घूमने जा रहे हैं. इसके बाद जितेन्द्र काफी देरी से वापसी लौटे और मैं दीवार की ओर मुंह करके सो रही थी. फिर मुझे महसूस किया कि वे मेरे बेड पर हैं और मेरे साथ रेप का प्रयास कर रहे हैं. जितेन्द्र काफी नशे में थे और उनके मुंह से भी काफी बदबू आ रही थी. जब जितेन्द्र की पत्नी बनने वाली थी हेमा मालिनी… धर्मेन्द्र ने ऐन मौके बिगाड़ दिया था खेल
इसके बाद मैं बचने की कोशिश करती रही और वो मुझे लगातार दबोचते रहे और गंदी-गंदी हरकतें करते रहे. लेकिन कुछ देर बाद वह शांत हुए और अपने बेड पर लौट गए और मैं भी खामोशी के साथ सो गई. इसके बाद सुबह जितेन्द्र ने मुझसे कुछ भी बात नहीं की. उन्होंने अपने ड्राइवर से कुछ कपड़े खरीदकर मुझे देने को कहा और फिर मुझे दिल्ली वापसी छोड़ दिया गया था.
Article Source: timesnowhindi.com