गूगल के मुख्य कार्यकारी सुंदर पिचाई से हाल ही में पूछा गया था कि क्या उनके पास क्रिप्टोकरेंसी है या नहीं. इस सवाल के जवाब में टेक मोगुल ने कहा कि उनके पास क्रिप्टोकरेंसी नहीं हैं.
सुंदर पिचाई ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में खुलकर बात की और कहा कि उनके पास फिलहाल कोई भी क्रिप्टोकरेंसी नहीं है. हालाँकि उन्होंने ये भी कहा कि काश उनके पास क्रिप्टोकरेंसी होती. पिचाई से पहले ऐपल सीईओ टिम कुक ने भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपनी निजी राय रखी थी.
टिम कुक ने न्यू यॉर्क टाइम्स के डीलबुक ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया था कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है. उन्होंने एक रिकॉर्डेड इंटरव्यू में कहा था, मेरा मनाना है कि डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो के हिस्से के रूप में इसे स्वामित्व रखना सही है. हालाँकि उन्होंने ये भी कहा कि मैं किसी को भी निवेश की सलाह नहीं दे रहा हूँ.
मीडिया में खबरें ये हैं कि अगले वर्ष भारतीय रिजर्व बैंक अपनी खुद की एक डिजिटल करेंसी लॉन्च कर सकता है. इस विषय पर रॉयटर्स ने एक स्थानीय अखबार के मुताबिक से खबर दी हैं कि भारतीय स्टेट बैंक के ‘बैकिंग एंड इकोनॉमिक कॉन्क्लेव’ में सेंट्रल बैंक के एक सीनियर ऑफिसर ने इसकी पूरी संभावना जताई है.
माना जा रहा हैं कि रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया अगले वर्ष पहली तिमाही में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDCs) बाजार में उतार सकता हैं. बता ये डिजिटल या वर्चुअल करेंसी होंगी. लेकिन ये भारत की मूल मुद्रा का ही डिजिटल रूप होंगी इसका मतलब ये हैं कि डिजिटल रुपया ही होंगी.
बता दे फिलहाल बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बिजनेस कर रहे हैं. विश्व की सबसे बड़ी क्रिप्टोक्यूरेंसी बिटकॉइन फिलहाल $ 69,000 के निशान को छूने के बाद, 60,000 डॉलर के स्तर पर बिक रहा है.
चालू वर्ष में निवेशकों ने अपने निवेश को लगभग दोगुना होते देखा है. हालांकि, क्रिप्टो बाजार की अस्थिरता से संबंधित चिंताओं से भारतीय निवेशकों में भय के बादल छा रहे हैं.