ऐसा कहा जाता है कि भारत को ऐतिहासिक धरोहरों का स्थल का कहा जाता है। भारत में कई ऐतिहासिक धरोहरों है। जिन्हें संवार कर रखा जाता है। चाहे फिर ताजमहल की बात हो या कुतुबमीनार की बात हो या फिर गेट वे इंडिया की बात हो। इन सभी जगहों पर रोजाना लाखों पर्यटक आते हैं और इन ऐतिहासिक धरोहरों को निहारते है। लेकिन क्या जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है। जिसे काले ताज महल के रूप में जाना जाता है। यह ताज महल भी उतना ही खूबसूरत है। जितना कि आगरा का ताजमहल है। आईये हम आपको बताते हैं इस ताजमहल के बारे में विस्तार से।
आपको बता दें कि ब्लैक ताजमहल के रूप में पहचाने जाने वाली ये इमारत भारत के खूबसूरत राज्य मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में स्थित है। इतिहासकारों के मुताबित बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के प्यार में संगमरमर के जिस ताज को खड़ा किया था उसका डिजाइन बुरहानपुर की इस इमारत को ध्यान में रखकर बनाया गया था। लेकिन मिट्टी, पक्षियों की बीट और बारिश में मौजूद गंदगी की वजह से ये ताजमहल काला पड़ गया था।
वही इसके ताजमहल के काला का होने का कारण लंबे समय तक देखरेख या साफ-सफाई नहीं होने की भी एख बड़ी वजह है। पुरातत्व विभाग ने इसकी साफ-सफाई का जिम्मा उठाया और इसकी केमिकल से सफाई करना शुरू कर दी। लंबे समय तक चलने वाली इस सफाई के बाद अब ये इमारत काली से भूरी नजर आने लगती है और इसकी रंगत में सुधार आने के बाद टूरिस्ट भी इसे देखने के लिए आने लग गए है। एक समय पर ये जगह खंडहर बनकर रह गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये एक मकबरा है, जिसे शाहनवाज खान के लिए बनाया गया था। बुरहानपुर के नवाब अब्दुल रहीम खानखाना के बेटे शाहनवाज खान के लिए इसे बनाया गया था। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसके निर्माण की शुरुआत साल 1622 में शुरू हुई थी। आप मध्य प्रदेश घूमने जा रहे हैं, तो काले ताजमहल को जरूर देखकर आएं। Also Read : जानिए बॉलीवुड में पहला ब्रेक मिलने से पहले क्या काम करते थे आपके 7 फेवरेट सेलेब्स