बॉलीवुड की अभिनेता हो यह अभिनेत्री उनके हर एक काम पर लोग काफ़ी ध्यान देते हैं। आजकल बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्री करीना कपूर खान अपने किताब को लेकर काफी चर्चा का कारण बनी हुई हैं। लोग उनके किताब के बारे में जानने के लिए काफी उत्सुक दिख रहें हैं। आपको बता दें, करीना के इस किताब में उन्होंने अपने जिंदगी में दोनों प्रेग्नेंसी के वक्त के बारे बताया हैं। इस किताब की ख़ास बात यह है कि, करीना के इस किताब का नाम” बाइबिल” है, जो काफ़ी अलग हैं। यहीं नही, इस किताब में, करीना ने अपने अनुभव को भी जाहिर किया है, उन्होंने बताया की पहले वह परफेक्ट मॉम नहीं थीं। यहाँ पढ़े: 2 बच्चों को जन्म देने के बाद छलके करीना कपूर खान के आंसू, बोली- बहुत दर्द में हूँ
पर एक मॉम से परफेक्ट मॉम बनने का सफ़र काफी प्यारा था। पहले उन्हें तो बच्चे का डायपर भी पहनाना नहीं आता था, फिर धीरे धीरे उन्होंने सब कुछ सिखा। आपकी जानकारी के लिए बता दें, करीना कपूर खान ने अपनी किताब को खुद एक राइटर के तौर पर लिखा है, और लोगों के बीच यह प्यारे लम्हे को बताया हैं। इस सफ़र के शुरुवात में उनके लिए सभी कुछ काफ़ी कठिन था, चलिए जानते है, इस किताब के बारे में, और क्यों करीना को पहले बेबी को संभालना इतना मुश्किल लगा?
करीना कपूर ने अपने किताब में कुछ इस तरह कह कर अपने अनुभव को लोगों को बताया, ‘मैं पहली बार में सबसे परफेक्ट नहीं थी। शुरुआत में मुझे यह भी नहीं आता था, कि तैमूर की पॉटी कैसे साफ करनी है’। वे आगे बताती है कि, ‘तैमूर को पालने का सफ़र धीरे धीरे ही सही आसन हुआ और डायपर ठीक से कैसे पहनाया जाए वह भी जाना। कई बार तैमूर कि सुसु लिक हो गई थीं, क्योंकि उन्हें डायपर्स तक पहनना नहीं आता था’। यहाँ पढ़े: मंत्रालय में काम करने वालों से ज्यादा सैलरी लेती हैं ‘तैमूर अली खान’ की नैनी
करीना ने अपनी इस सफ़र को काफ़ी प्यारा बताया है, जानिए कैसे “यह आपके और आपके आराम के बारे में है; जो आसान है वो करो, जो काम करें वो करो। उन्होंने अपनें किताब में बताया की जब एक मां आत्मविश्वासी और सहज होती है, तो बच्चा भी इसे महसूस करता है। इसलिए मैं इतनी जल्दी काम पर लौट आई।”
करीना कपूर खान के इस किताब में आप उनकी दिल की बात को समझ पाएंगे, की कैसे उन्होंने अपनें दोनों बच्चों को संभाला, और अच्छी मॉम बन पाई। उन्होंने अपनी दिल की बात कहते हुए कहा कि कैसे उन्हें अपने बच्चे को घर पर छोड़ना पड़ा था, और यह वक्त उनके लिए काफ़ी कठिन था। वे कहती है कि, ‘मुझे याद है कि तैमूर को पीछे छोड़कर 150 लोगों के क्रू के साथ नाइट शूट पर जाना था। मैं बहुत डरी हुई थी – शूटिंग पर काम करने कोशिश कर रही थी, जबकि मेरे बच्चे के लिए मुझे दर्द महसूस हो रहा था’।