अमिताभ बच्चन ने बॉलीवुड में वो मुकाम हासिल किया हैं, जिसके करीब भी पहुंचना अन्यों के लिए सपने जैसा हैं. लेकिन उनके एकलौते बेटे अभिषेक बच्चन अपने पिता जितने सफल नहीं हो पाए. अभिषेक ने लगभग 20 साल पहले डेब्यू किया था हालंकि आज भी उन्हें अमिताभ के बेटे का टैग मिला हुआ हैं.
साल 2000 में जूनियर बच्चन ने करीना कपूर के साथ रिफ्यूजी फिल्म से डेब्यू किया था, हालाँकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई. इसके आलावा भी अभिषेक की लगातार कई फिल्मों ने औसत प्रदर्शन किया. हाल में जूनियर बच्चन ने अपने करियर के बारे में खुलकर की. रोलिंग स्टोंस इंडिया डॉट कॉम को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें पहली फिल्म मिलने में लगभग 2 साल लगे. कई लोग ये सोचते होंगे कि मैं अमिताभ बच्चन का बेटा हूँ तो मुझे आसानी से काम मिल गया होगा लेकिन ये सच नहीं हैं. डेब्यू फिल्म से पहले मैं खुद एक डायरेक्टर के पास गया लेकिन उन्होंने मेरे साथ काम करने के लिए मना कर दिया. अभिषेक बच्चन ने छुए कपिल शर्मा की माँ के पैर, जानिए फिर कैसा था कपिल का रिएक्शन
अभिषेक बच्चन ने काफी भावुक होते हुए कहा कि मैंने फिल्मों में काम करते हुए एक्टर की अच्छी साइड भी देखी हैं और एक बेरोजगार अभिनेता की साइड भी देखी है. मुद्दा तो यह है कि आप चीजों को निजी तौर पर कतई भी नहीं ले सकते आखिरकार यह बिजनेस है यदि आप की फिल्में अच्छा नहीं कर पा रहे हैं तो कोई भी आपके साथ दूसरी फिल्म करने के लिए अपने पैसे नहीं लगाएगा. ऐसे में मेरा तो यह मानना है कि नेपोटिज्म को लेकर जो बात या चर्चा होती है वह बहुत ही सुविधानुसार हैं. हम लोग कुछ चीजें भूल गए हैं बहुत मेहनत लगती है 21 साल के फ़िल्मी करियर में बहुत दिल टूटा दर्द हुआ यह आसान नहीं रहा. एक साथ 8 फिल्में काम कर चुके हैं ऐश्वर्या और अभिषेक, जानिए किसे मिलती थी ज्यादा फीस
दरअसल ये सिर्फ अभिषेक के साथ ही नहीं हुआ हैं बल्कि उनके पिता ने भी एक समय बेहद बुरा समय देखा हैं. बताया जाता हैं कि उन्हें भी शुरुआत में काम के लिए दर-दर भटकना पड़ा था. डायरेक्टर उन्हें उनकी आवाज और लम्बे कद के कारण रिजेक्ट कर दिया करते थे. ये उस दौर की बात हैं जब जूनियर बच्चन का जन्म हुआ था.