स्वर्ण मंदिर विवाद : सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल हुई थी. जिसमे एक लड़की ने दावा किया था कि उन्हें स्वर्ण मंदिर में घुसने नहीं दिया. हालंकि मामले को तूल पकड़ते देख अंबाला की इस लड़की ने बुधवार को अपने पिता के साथ पूरी घटना पर माफ़ी मांग ली हैं. उनका कहना हैं कि उनका इरादा सीख समुदाय को ठेस पहुंचाने का नहीं था. अगर किसी को भावना आहत हुई हैं तो वह माफ़ी मांगती हैं.
स्वर्ण मंदिर विवाद में लड़की ने मांगी माफी

अंबाला की इस लड़की ने एक पंजाबी वेब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में लड़की ने अपने पिता राजीव मेहता के साथ कहा, ‘हम 15 अप्रैल को अटारी बॉर्डर पर गए, जहां मैंने अपने चेहरे पर तिरंगा मनवाया था. बाद में, हम दर्शन के लिए दरबार साहिब गए और यह घटना हो गई. हमारे कम्युनिकेशन के कारण वीडियो वायरल हो गया और लोग इसे गलत तरीके से पेश करने लगे.’ ALSO READ: मशहूर फिल्म निर्माता Madhur Bhandarkar ने अबू धाबी के हिन्दू मंदिर में लगाई ईंटें, फोटो हुई वायरल
इंटरव्यू के दौरान लकड़ी से पूछा गया कि वायरल वीडियो किसने रिकॉर्ड किया. इसके जवाब में उन्होंने बताया, ‘ये वीडियो मैंने खुद रिकॉर्ड किया और इसे व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर किया क्योंकि मुझे लगा कि अगर कोई मुझसे इसे हटाने के लिए कहेगा, तो हमारे पास कोई सबूत नहीं बचेगा. यही कारण हैं कि मैंने इसे जल्दबाजी में शेयर किया और यह वायरल हो गया.’
जानिए उस दिन क्या-क्या हुआ (स्वर्ण मंदिर विवाद)

आगे लड़की ने बताया, ‘स्वर्ण मंदिर के सेवादार ने मुझसे पूछा कि क्या मैं एक उपयुक्त ड्रेस पहन सकती हूं और फिर मैंने वही किया. फिर उसने मेरा चेहरा देखा और फिर हमारे बीच बहस शुरू हुई. जब सेवादार ने मुझे कहा कि यह भारत नहीं बल्कि पंजाब है तो मुझे काफी गुस्सा आ गया. शायद वह कुछ और बताना चाहते थे,’
मीडिया के बात करते हुए लड़की के पिता ने कहा, “ये वीडियो वायरल नहीं होना चाहिए थी. क्योंकि इससे सिख समुदाय, सेवादार और एसजीपीसी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. दरअसल सेवादार और एसजीपीसी अपनी ड्यूटी कर रहे थे और घटना के बाद भी उन्होंने हमारे साथ गलत व्यवहार किया.” ALSO READ: खूबसूरत पत्नी देवीशा शेट्टी संग तिरुपति बालाजी मंदिर पहुचे सूर्याकुमार यादव, वायरल हुई फोटोज
पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में कथित रुप से एक युवती को प्रवेश नहीं दिए जाने से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसको लेकर विवाद शुरू हो गया है. पूरा मामला जानिए… pic.twitter.com/3ZlmXvqXCA
— BBC News Hindi (@BBCHindi) April 17, 2023
अंत में उन्होंने कहा, कि ‘खैर, जो कह रहे हैं कि हमें दरबार साहिब नहीं जाना चाहिए. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि गुरु सिर्फ अकेले सिखों पर कृपा नहीं करते. मैं मानता हूँ कि मेरी भाषा उचित नहीं थी, शायद यही कारण रहा होगा कि गुरु नहीं चाहते थे हमें दर्शन दें. हमें इस घटना पर खेद है और भविष्य में अपनी गलतियों को सुधारने के लिए हम देश में शांति के लिए प्रार्थना करने और अपनी गलतियों के लिए माफी मांगने के लिए फिर से दरबार साहिब जरुर जाएंगे.’