अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ‘पनामा पेपर्स’ से संबंधित कथित विदेशी मुद्रा उल्लंघन के संबंध में पांच घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद सोमवार रात प्रवर्तन निदेशालय के दिल्ली ऑफिस से बाहर निकलते हुए स्पॉट हुई. हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि एक्ट्रेस के साथ आने वालें दिनों में फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है या नहीं. ऐश्वर्या से लेकर शाहरुख खान तक इन 6 भारतीय सेलेब्स का दुबई में हैं आलीशान घर
सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसी ने उसका बयान दर्ज किया, जिसमें दावा किया गया था कि उसने अपना पैसा ब्रिटिश वर्जिन द्वीप ग्रुप में स्थित एक कंपनी में रखा था. इस मामलें में बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय को पहले भी तलब किया गया था लेकिन उन्होंने दो बार और समय मांगा था.
बता दे इस मामलें में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2017 में आरोपों की जांच शुरू की थी. इस दौरान बच्चन परिवार को नोटिस जारी कर भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत 2004 से विदेशी प्रेषण पर विवरण माँगा था. जिसके बाद ऐश्वर्या राय ने पिछले 15 वर्षों में प्राप्त विदेशी भुगतान रिकॉर्ड जमा किए थे.
सूत्रों ने कहा कि उन्हें 2004 में ब्रिटिश वर्जिन द्वीप ग्रुप में स्थापित एक अपतटीय कंपनी – एमिक पार्टनर्स – का निदेशक बनाया गया था. पनामा स्थित कानूनी फर्म मोसैक फोन्सेका ने कंपनी को रजिस्टर्ड किया, जिसकी चुकता पूंजी $50,000 थी. लेकिन 2009 में एक्ट्रेस ने कथित तौर पर कंपनी छोड़ दी. जिसके बार इस कंपनी का दुबई स्थित बीकेआर एडोनिस द्वारा अधिग्रहित किया गया था.फिर सोनम कपूर के निशाने पर आई ऐश्वर्या राय, कहा- ‘ऐश्वर्या ने उनके पिता के साथ….’
‘पनामा पेपर्स’ मामला मोसैक फोन्सेका से चुराए गए और 2016 में मीडिया में लीक हुए लाखों दस्तावेजों की एक विस्तृत जांच है. इस मामले में आरोप शामिल हैं कि दुनिया के अमीर और शक्तिशाली लोगों ने टेक्स से बचने के लिए अपतटीय एकाउंट्स या शेल कंपनियों की स्थापना की. दुनिया भर में 500 के करीब राजनेताओं, उद्योगपतियों और मशहूर हस्तियों के लीक हुए वित्तीय रिकॉर्ड की समीक्षा और प्रकाशन इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स द्वारा किया गया. जिसमे 300 से अधिक भारतीयों को ‘पनामा पेपर्स’ का हिस्सा बताया गया था.