जोमैटो : हाल ही में, एक दिलचस्प घटना ने सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना दिया है। बेंगलुरु के एक उत्पाद प्रबंधक, भानु ने जोमैटो के सीईओ दीपेंद्र गोयल को एक सुझाव दिया, जिस पर गोयल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और उन्हें नौकरी का ऑफर कर दिया। यह घटना न केवल भानु के लिए बल्कि उन सभी युवा पेशेवरों के लिए प्रेरणादायक है जो अपने विचारों को साझा करने से डरते हैं।
घटना का विवरण
भानु ने जोमैटो के नए “फूड रेस्क्यू” फीचर के बारे में अपने विचार साझा किए थे। उनका सुझाव था कि इस फीचर को और बेहतर बनाने के लिए कुछ सुधार किए जा सकते हैं। उन्होंने यह सुझाव सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर दिया। उनके सुझाव ने दीपेंद्र गोयल का ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने न केवल उनकी बातों को गंभीरता से लिया बल्कि उन्हें जोमैटो में काम करने का अवसर भी प्रदान किया।
दीपेंद्र गोयल की प्रतिक्रिया
दीपेंद्र गोयल ने भानु की सोच और उनकी रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने लिखा, “आपका सुझाव बहुत अच्छा है। हम इसे लागू करने पर विचार करेंगे। इसके अलावा, क्या आप हमारे साथ जुड़ना चाहेंगे?” यह प्रतिक्रिया न केवल भानु के लिए बल्कि अन्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणा बन गई है कि कैसे एक साधारण सुझाव भी करियर के नए द्वार खोल सकता है।
We don’t encourage order cancellation at Zomato, because it leads to a tremendous amount of food wastage.
Inspite of stringent policies, and and a no-refund policy for cancellations, more than 4 lakh perfectly good orders get canceled on Zomato, for various reasons by customers.… pic.twitter.com/fGFQQNgzGJ
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) November 10, 2024
सोशल मीडिया का प्रभाव
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि सोशल मीडिया केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह पेशेवर नेटवर्किंग और विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म बन गया है। आजकल लोग अपने विचारों को साझा कर रहे हैं और कंपनियों तक अपनी आवाज पहुंचा रहे हैं। ऐसे में, कंपनियों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे अपने ग्राहकों और संभावित कर्मचारियों की बातों को गंभीरता से लें।
भानु का अनुभव
भानु ने इस अवसर को अपने करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं था कि उनका सुझाव इतना प्रभाव डाल सकेगा। उन्होंने कहा, “मैंने बस अपनी राय रखी थी, लेकिन मुझे नहीं पता था कि यह इतना बड़ा मौका बन जाएगा।” उनका अनुभव अन्य युवाओं को प्रेरित करेगा कि वे अपने विचारों को साझा करने में संकोच न करें।
नौकरी की पेशकश का महत्व
दीपेंद्र गोयल द्वारा भानु को दी गई नौकरी की पेशकश से यह स्पष्ट होता है कि कंपनियाँ अब युवा प्रतिभाओं की ओर ध्यान दे रही हैं। ऐसे समय में जब कई कंपनियाँ छंटनी कर रही हैं, जोमैटो ने नई नौकरियों की पेशकश करके सकारात्मक संकेत दिया है। इससे यह भी पता चलता है कि कंपनियाँ अब अपनी रणनीतियों में बदलाव लाने के लिए तैयार हैं और वे नए विचारों को अपनाने में रुचि रखती हैं।
यह घटना न केवल भानु के लिए बल्कि सभी युवा पेशेवरों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। अगर आपके पास कोई विचार या सुझाव है, तो उसे साझा करने में संकोच न करें। कभी-कभी एक साधारण सुझाव भी आपके करियर को नई दिशा दे सकता है। दीपेंद्र गोयल जैसे नेता आज के व्यवसायिक माहौल में आवश्यक हैं, जो न केवल अपने कर्मचारियों की बात सुनते हैं बल्कि उन्हें प्रोत्साहित भी करते हैं।