भारत में पान और गुटखा खाने के बाद थूकने की समस्या बहुत गंभीर है। इससे न सिर्फ सार्वजनिक जगहों पर गंदगी फैलती है, बल्कि कई बीमारियां भी तेजी से फैलती हैं। कोरोना महामारी के दौरान इस संबंध में भी कड़े कदम उठाए गए।भारतपे से इस्तीफा देने के बाद इस तरह उड़ रहा हैं अशनीर ग्रोवर का मजाक…
पान और गुटखा खाने की संस्कृति भारत में बहुत आम है। पान और गुटखा खाने वालों पर थूकने की आदत से गंदगी फैलती है। हम में से लगभग हर किसी ने कई मौकों पर इस समस्या का सामना किया है। यह समस्या इतनी गंभीर है कि कोलकाता में प्रतिष्ठित हावड़ा ब्रिज के गिरने का खतरा पैदा हो गया था। दिलचस्प तरीके से डेटा परोसने में माहिर सोशल मीडिया हैंडल ‘इंडिया इन पिक्सल्स’ ने भी भारतीयों की पान थूकने की आदत को दिलचस्प अंदाज में पेश किया है। इसके अनुसार भारत के लोग हर साल पान खाकर इतना थूकते हैं कि इससे 211 ओलंपिक पूल भरे जा सकते हैं।
पिक्सल्स में भारत ने ऐसा किया गणित
‘इंडिया इन पिक्सल्स’ ने राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण से घरेलू खपत के आंकड़ों का सहारा लिया है। ये सरकारी आंकड़े 2011-12 के हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक पान के पत्तों को थूकने का औसत वजन 39.55 ग्राम होता है और इसका घनत्व 1.1 ग्राम प्रति मिलीलीटर होता है। वहीं, ओलिंपिक स्विमिंग पूल की क्षमता 25 लाख लीटर है। इन आंकड़ों के आधार पर जब ‘इंडिया इन पिक्सल’ की गणना की गई तो पता चला कि भारतीय हर साल 211 स्वीमिंग पूल पान के थूक से भर सकते हैं।लता दीदी से लेकर बप्पी दा तक 2022 में 7 बॉलीवुड सेलेब्स ने दुनिया को कहा अलविदा
‘इंडिया इन पिक्सल’ ने भी राज्यवार आंकड़े दिए हैं। इसके मुताबिक उत्तर प्रदेश के लोग पान खाकर थूकने में सबसे आगे हैं। अकेले उत्तर प्रदेश के लोग हर साल 46.37 स्विमिंग पूल पान के थूक से भर सकते हैं। इसके बाद बिहार का नंबर आता है, जहां लोग पान के थूक से 31.33 स्विमिंग पूल भर सकते हैं। ओडिशा 28.37 स्विमिंग पूल के साथ तीसरे स्थान पर है। ये तीनों राज्य मिलकर हर साल 105 ओलंपिक स्विमिंग पूल भर सकते हैं।
How many Olympic size swimming pools can all the Paan saliva fill each year from each state? pic.twitter.com/zx8CGDiz1X
— India in Pixels (@indiainpixels) March 1, 2022
पश्चिम बंगाल में भी यह समस्या बहुत गंभीर है। राज्य 21.94 स्वीमिंग पूल भरने की क्षमता के साथ चौथे स्थान पर है। कोलकाता में इस समस्या के कारण करीब 10 साल पहले हावड़ा ब्रिज के ढहने का खतरा था। बीबीसी की एक तत्कालीन रिपोर्ट में कहा गया है कि पान और गुटखा के थूक के कारण पुल का स्टील का आधार आधा कट गया था। रिपोर्ट में हावड़ा ब्रिज की मरम्मत करने वाले कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के तत्कालीन अध्यक्ष एमएल मीणा के हवाले से कहा गया है कि लोगों ने सिर्फ तीन साल में पुल के हैंगर बेस को आधा कर दिया और थूक दिया। इससे बचने के लिए ट्रस्ट को एक विशेष योजना बनानी पड़ी और पुल के आधार को फाइबरग्लास से ढकना पड़ा।PM मोदी की सुरक्षा में लगे होते हैं SPG कमांडो, एक दिन का खर्चा आता हैं इतने करोड़
‘इंडिया इन पिक्सल्स’ ने कुछ और दिलचस्प जानकारियां भी शेयर की हैं। नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम जैसे छोटे राज्य पान चबाने और थूकने के मामले में मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों से आगे हैं। अकेले तमिलनाडु इतने सारे स्विमिंग पूल को पान के थूक से भर सकता है, क्योंकि उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर एक साथ नहीं भर सकते। हालांकि, कई यूजर्स इस थ्रेड पर शिकायत कर रहे हैं कि जिस फॉर्मूले के आधार पर यह गणना की गई है, उसे वैज्ञानिक नहीं माना जा सकता है।