रूस के हमलें के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सकुशल वापसी लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के अंतर्गत चल रहे प्रयासों की रिव्यु के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार(28 फरवरी) शाम अपनी दूसरी उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
बैठक में प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि यूक्रेन के बॉर्डर्स पर मानवीय स्थिति से निपटने के लिए यूक्रेन को राहत सामग्री की पहली खेप मंगलवार को भेजी जाएगी. दूसरी तरफ माना ये जा रहा हैं कि फिलहाल रूस युद्धविराम नहीं चलता हैं. इसी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं. हाल ही में सैटेलाइट से ली गई कुछ डराने वाली फोटो सामने आई हैं.
सैटेलाइट से ली गयी फोटोज में यूक्रेन की राजधानी कीव के उत्तर में एक रूसी सैन्य काफिला दिखाया गया है, जो लगभग 64 किमी तक फैला है. यही काफिला एक दिन पहले सिर्फ 27 किमी लंबा है. जोकि एक ही दिन में दोगुना हो गया हैं. मैक्सार टेक्नोलॉजीज के हवाले से एक रॉयटर्स की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ हैं. रूस-यूक्रेन की लड़ाई का मजाक उडाना अरशद वारसी को पड़ा भारी, पड़ गए लेने के देने….
लम्बे काफिले के साथ-साथ उसमें कीव के नजदीक के इलाकों में भी कई जलते घर दिखाई दे रहे हैं. हालाँकि अभी बताया ये गया हैं कि फिलहाल यह काफिला कीव के नॉर्थवेस्ट में लगभग 45 किलोमीटर दूर है.
इससे पहले 28 फरवरी(सोमवार) को रूस-यूक्रेन के बीच बेलारूस बॉर्डर पर बातचीत हुई थी, हालाँकि इस बातचीत में कोई भी पॉजिटिव बात निकलकर सामने नहीं आई हैं. बताया जा रहा हैं कि यूक्रेन चाहता है कि जल्द ही रूसी सेना पूरे यूक्रेन से वापसी लौट जाए. अच्छी बात ये हैं कि कुछ मुद्दों पर दोनों देशों के डेलिडेशन के बीच सहमति बनी है. इस गंभीर विषय से निपटने के लिए दूसरे दौर की मीटिंग भी जल्द हो सकती है.
सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में साफ़ देखा जा रहा हैं कि रुसी सेना का काफिला दक्षिण में एंटोनोव हवाई अड्डा इलाके से शुरू हो रहा है जो नॉर्थ में प्रिबिर्स्क इलाके पर खत्म दिख रहा है. इस काफिले की कुल लंबाई लगभग 64 किलोमीटर बताई जा रही हैं. काफिले में सैंकड़ों की संख्या में सैन्य वाहन, टैंक, अर्टलरी गन आदि शामिल हैं. 750 करोड़ की लग्जरी यॉट में घूमते हैं पुतिन, देखें अंदर की अनदेखी फोटो…
इनता ही नहीं कीव से पहले रास्ते में पड़ने वाले इवानकिव इलाके में कुछ घर भी जलते हुए नजर आ रहे हैं. फोटो में रूसी अर्टलरी खड़ी हुई भी दिख रही है, जिससे ये अनुमान लगाया जा सकता है कि हमला उनकी तरफ से ही हुआ होगा. यूक्रेनी ड्रोन हमले से रूसी सेना के काफिले को ज्यादा नुक्सान न हो इसके लिए पूरी तैयारी की गयी हैं.
Source: indianexpress