Vivek Agnihotri : संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज हीरामंडी रिलीज के बाद से लाइमलाइट में हैं. दरअसल कुछ लोगों को ये फिल्म खूब पसंद आ रही हैं. जबकि कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें ये सीरीज पसंद नहीं आई हैं. जिसमे सबसे बड़ा नाम द कश्मीर फाइल्स डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री हैं.
जानिए क्या बोले Vivek Agnihotri
विवेक अग्निहोत्री ने कुछ समय पहले सोशल मीडिया के जरिए हीरामंडी की आलोचना की हैं. दरअसल उनका कहना हैं कि इस सीरीज में वेश्याओं की दशा को बेहद ही अच्छे तरीके से दिखाया गया है, इस सीरीज में उन्हें किसी महारानी की तरह दिखाया गया हैं लेकिन सच्चाई ये हैं कि वेश्यालय मानवीय अन्याय, दर्द और पीड़ा की पहचान हैं.
विवेक अग्निहोत्री के इस बयान से हीरामंडी वेब सीरीज की को-डायरेक्टर स्नेहिल दीक्षित मेहरा काफी भडकी हुई हैं. उनका कहना हैं कि विवेक ने ये सीरीज देखी ही हैं, अगर उन्होंने सीरीज देखी होती तो इस तरह की बात नहीं करते.
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देखें Vivek Agnihotri का ट्वीट:-
A brilliant critique by @_SophieSchol. I haven’t seen the show, but I have visited Heeramandi in Lahore a few times. Bollywood has this tendency to romanticize courtesans and brothels. It’s a sad commentary because brothels have never been places of opulence, glamour or beauty.… https://t.co/D56qU0Zyg0
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) May 4, 2024
स्नेहिल दीक्षित मेहरा ने दिया Vivek Agnihotri को जवाब
विवेक अग्निहोत्री के बयान के बाद हीरामंडी वेब सीरीज की को-डायरेक्टर स्नेहिल दीक्षित मेहरा ने नेटवर्क 18 संग बातचीत की और हीरामंडी को लेकर कई अहम बातें बताई.
स्नेहिल ने हीरामंडी को लेकर कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है, कि विवेक ने शो देखा ही नहीं है, अगर उन्होंने देखा होता तो ऐसा गैरजिम्मेदाराना बयान नहीं देते. इस सीरीज में तवायफों के गुणगान जैसा कुछ भी नहीं है. दरअसल ये शो तो 1920 और 1940 के दशक के बेकग्राउंड पर बेस्ड है. उस दौर में तवायफों का बोलबाला हुआ करता था.
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स्नेहिल ने आगे कहा कि फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली जी द्वारा इकट्ठा की हुई जानकारियों से पता चलता है कि उस समय तवायफों के साथ रानियों की तरह व्यवहार किया जाता था. ऐसे में हीरामंडी ये इसी बात की पुष्टि करती है कि उसने सफलतापूर्वक अपने टारगेट को पूरा किया है.
स्नेहिल ने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा कि उनकी टीम ने हीरामंडी सीरीज बनाने से पहले सभी तथ्यों को अच्छे से जांच-परख लिया था. रिसर्च के दौरान हमें ये पता चला कि उस दौर तवायफें काफी अमीर हुआ करती थीं. यहाँ तक कि वे नवाबों से ज्यादा टैक्स दिया करती थीं और सबसे अच्छी बात ये हैं कि वे पढ़ाई में लिखाई में भी काफी आगे रहती थीं.