दोस्तों रोना किसी को पसंद नहीं होता। लेकिन यह मानना एकदम गलत है कि रोना आपकी कमजोरी को दिखाता है। बल्कि तमाम अध्ययन यह बताते हैं कि रोना स्वास्थ्य के लिए खास रोल निभाता है। अगर कोई इंसान रोता है तो उसके हेल्थ और मूड पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है।आंसुओं का संबंध व्यक्ति के मनोदशा से जुड़ा होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की जब दुख होता है, तो अचानक अपने आप आंखों से आंसू क्यों निकलने लगते हैं। आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
रोने की वजह
इंसानों की आंखों से आंसू किसी दुख,परेशानी या खुशी के मौके पर ही नहीं आते हैं, बल्कि यह किसी खास गंध,चेहरे पर तेज हवा के लगने से भी आते हैं। इसके अलावा प्याज में मौजूद केमिकल आंखों में मौजूद लेक्राइमल ग्लैड को उत्तेजित करने लगते हैं यही कारण है कि प्याज काटते वक्त आंसू निकलने लगते हैं।
आंसुओं के प्रकार:- रिफ्लेक्सव, कंटीनिअस, इमोशनल
रोने के फायदे:-
1.अल्जाइमर रिसर्च सेंटर रीजन्स हॉस्पिटल फाउंडेशन के डायरेक्टर विलियम एच फ्रे के मुताबिक रोने के बाद अच्छा महसूस होता है क्योंकि तनाव के दौरान उत्पन्न केमिकल्स बाहर निकल जाते हैं। इसलिए रोने के बाद तनाव घट जाता है।
2. रोने से शरीर में ऑक्सीटॉसिन और एंडोर्फिन हार्मोन बनते हैं, जो शारीरिक और भावनात्मक दर्द से आराम देते हैं।
3. आंसू में लाइसोजाइम नाम का फ्लूइड होता है, जिस कारण रोने से आंखों के हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और आंखें साफ रहती है।
4. जब व्यक्ति आंखें झपकाता है तो Basal Tears निकलते हैं, जो म्यूकस मेंब्रेन को सूखने से बचाते हैं।
5. आंसू शरीर के अंदर अश्रु नलिकाओं से होकर नासिका तक पहुंचते हैं। जिससे नाक में जमी गंदगी साफ हो जाती है। रोने के दौरान अक्सर नाक बहने लगती है जिसके पीछे यही वजह है। रोने से नाक में जमीन बैक्टीरिया और गंदगी बाहर निकल जाती है। Also Read :अपनी एक्टिंग से हँसाने वाले नट्टू काका अकेले में रोते हैं, बेहद मुश्किलों भरा हैं जीवन