कोलकाता पुलिस की वर्दी सफेद क्यों होती हैं? 99 फीसदी लोग नहीं जानते होंगे वजह

Photo of author

कोलकाता पुलिस की सफेद वर्दी भारत में एक अद्वितीय पहचान बन चुकी है। जबकि देश के अन्य हिस्सों में पुलिस खाकी वर्दी पहनती है, कोलकाता पुलिस का सफेद रंग कई ऐतिहासिक और वैज्ञानिक कारणों से जुड़ा हुआ है। इस लेख में हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

ऐतिहासिक बेकग्राउंड

कोलकाता पुलिस

कोलकाता पुलिस का गठन 1845 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था। उस समय जब पुलिस की वर्दी का रंग तय किया जा रहा था, ब्रिटिश अधिकारियों ने निर्णय लिया कि कोलकाता पुलिस की वर्दी सफेद होगी। यह निर्णय उस समय के मौसम और स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। सफेद वर्दी का यह चलन तब से आज तक जारी है, जबकि पश्चिम बंगाल पुलिस की वर्दी खाकी है.

मौसम का प्रभाव

कोलकाता, जो कि समुद्र के किनारे बसा है, यहां का मौसम गर्म और आर्द्र होता है। गर्मियों में तापमान बहुत बढ़ जाता है, जिससे पुलिस कर्मियों को काम करने में कठिनाई होती है। सफेद रंग की वर्दी पहनने से सूरज की रोशनी का अधिकांश हिस्सा परावर्तित होता है, जिससे गर्मी का अनुभव कम होता है। इस प्रकार, सफेद वर्दी पुलिस कर्मियों को अधिक आरामदायक महसूस करने में मदद करती है.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

सफेद रंग की वर्दी न केवल ऐतिहासिक कारणों से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके पीछे एक वैज्ञानिक तर्क भी है। सफेद रंग गर्मी को अवशोषित नहीं करता, जबकि खाकी रंग गर्मी को अधिक आकर्षित करता है। इस कारण से, कोलकाता पुलिस के लिए सफेद वर्दी पहनना एक व्यावहारिक निर्णय है, जो उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है.

सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव

सफेद वर्दी कोलकाता पुलिस की पहचान बन चुकी है। यह न केवल पुलिस की कार्यशैली को दर्शाती है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और परंपराओं से भी जुड़ी हुई है। सफेद रंग को शांति और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है, जो कि पुलिस के कार्यों के साथ मेल खाता है। इस प्रकार, यह वर्दी कोलकाता की पहचान और उसकी सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा है.

कोलकाता पुलिस की सफेद वर्दी का निर्णय न केवल ऐतिहासिक और मौसम संबंधी कारणों पर आधारित है, बल्कि यह एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण का भी परिणाम है। यह वर्दी न केवल पुलिस कर्मियों के लिए आरामदायक है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति का भी प्रतीक है। इस प्रकार, कोलकाता पुलिस की सफेद वर्दी एक महत्वपूर्ण पहचान बन चुकी है, जो इसे अन्य राज्यों की पुलिस से अलग करती है।

Leave a Comment