उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी बहन की गरीबी और उसके संघर्ष को देखकर भावुक हो गए। परिवार के समर्थन पर उन्होंने कहा कि वह योगी हैं और मुख्यमंत्री होने तौर पर उन्होंने परिवार की नहीं बलकी राजधर्म की शपथ ली है।
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘इंडिया टीवी’ के एक खास शो में शामिल हुए थे। उस दौरान शो के होस्ट रजत शर्मा उनसे राज्य की राजनीति को लेकर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को चुनाव में ला सकते हैं, तो वह ऐसा क्यों नहीं कर सकते। इस दौरान स्क्रीन पर उनकी बहन की कुछ फोटोज चल रही थीं, जिसमें वह मवेशियों को चराती और एक बहुत छोटी सी दुकान चलाती नजर आ रही हैं।इंदिरा-नेहरू से लेकर राहुल-योगी तक जब भरी सभा में रो पड़े ये राजनेता
रजत शर्मा ने कहा कि आपकी बहन घर से कई किलोमीटर चलकर आती है और चाय की दुकान चलाते हैं, प्रसाद की दुकान चलाते हैं। आपको नहीं लगता कि हर कोई अपने परिवार का ख्याल रखता है, आप भी थोड़ा ख्याल रखते। इस पर भावुक होते हुए सीएम योगी ने आंखें बंद करके कहा, मैं योगी हूं, मुझे पूरे राज्य की देखभाल करनी है। मुख्यमंत्री के तौर पर मैंने अपने परिवार की नहीं राजधर्म की शपथ ली है। मेरे लिए पूरे उत्तर प्रदेश के केवल 25 करोड़ लोग ही मेरा परिवार हैं। मैं उनके सुख-दुख में भागीदार हूं।योगी आदित्यनाथ की तरह यह फिल्म स्टार भी करते हैं अपने पालतू जानवर से बहुत प्यार
परिवार का दर्द न समझने के आरोप पर सीएम योगी ने कहा कि संन्यासी का काम जनकल्याण करना होता है। कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई परिवार होता है। मैं जनता के बीच जाने के लिए सिर्फ एक औपचारिकता कर रहा हूं। मेरे लिए गोरखपुर की जनता खुद चुनाव लड़ रही है। यहां हमारे कार्यकर्ता खुद योगी बनकर वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर उनकी कर्मभूमि है और वहां की जनता उनका चुनाव लड़ रही है।
बता दें कि सीएम योगी का परिवार बेहद गरीबी में जी रहा है। उनकी इकलौती बहन शशि देवी ऋषिकेश के कोठार गांव में अपने पति पूरन सिंह पायल के साथ ससुराल में चाय की दुकान चलाती हैं। उनकी एक दुकान नीलकंठ मंदिर के पास और दूसरी भुवनेश्वरी मंदिर के पास है। इन दुकानों में चाय, पकौड़ी और प्रसाद मिलता है।कपिल देव बोले ‘मोदी जी आपने दिल जीत लिया’ जवाब में पीएम ने कहीं दिल छू लेने वाली बात
22 साल की उम्र में सीएम योगी ने घर छोड़ दिया और संन्यास ले लिया। उनके घर का नाम अजय सिंह बिष्ट था। घर से निकलने के बाद वे गोरखपुर आ गए और गोरखनाथ पीठ के तत्कालीन महंत अवैद्यनाथ महाराज के मार्गदर्शन में दीक्षा प्राप्त कर साधु बन गए। उसके बाद उनका नाम योगी आदित्यनाथ हो गया। उसके बाद वे पीठ के महंत और बाद में गोरखपुर से सांसद बने। अब वे राज्य के मुख्यमंत्री हैं।