अफगानिस्तान इन दिनों बड़े संकट से जूझ रहा हैं. तालिबानियों ने काबुल पर कब्जा कर लिया हैं. जिसके कारण पूरे देश में स्थिति बेहद भयावक हो गई हैं और लोग देश छोड़कर-छोड़कर भाग रहे हैं. इसी बीच आज इस लेख में हम अफगानिस्तान और अमिताभ बच्चन से जुड़ा एक बेहद मजेदार किस्सा आज इस लेख में जानेगे.
साल 1992 में रिलीज हुई फिल्म खुदा गवाह की शूटिंग अफगानिस्तान के मजार ए शरीफ में हुई थी. साल 2013 में अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में अफगानी सरजमी पर हुई शूटिंग का अपना अनुभव शेयर किया था. बिग बी ने बताया था कि सोवियत संग ने कुछ समय पहले ही नजीबुल्लाह अहमदजई को अफगान देश की कमान सौंपी थी. सबसे रोचक बात ये थी कि वो हिंदी सिनेमा के बड़े प्रसंशक थे. बच्चन ने इंटरव्यू में बताया था कि शूटिंग के दौरान वो उनसे मिले थे और उन्होंने उन्हें शाही सम्मान से नवाज़ा था.
बॉलीवुड के शहंशाह ने खुलासा किया कि फिल्म ‘खुदा गवाह’ की शूटिंग के दौरान अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति ने उनकी सुरक्षा में आधी एयरफोर्स लगा दी थी. इतना ही नहीं खुदा गवाह अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली हिंदी फिल्म भी बनी. बताया ये भी जाता हैं कि जब फिल्म की शूटिंग हो रही थी तब अमिताभ की माँ तेजी बच्चन अपने बेटे और श्रीदेवी की सुरक्षा को लेकर काफी चिंचित थी. यहाँ तक कि वह फिल्म के मेकर्स से भी काफी खफा थी. क्योंकि अफगनिस्तान में शूटिंग करना उस समय बड़ा खतरा था.
अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत शाइदा मोहम्मद अब्दाली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अफगानी सरजमी पर अमिताभ बच्चन के चाहनें वालों की कोई कमी नहीं हैं. खुदा गवाह की शूटिंग के दौरान दिग्गज अभिनेता को शाही सम्मान से सम्मानित किया गया था.
इतना ही नहीं अफगनिस्तान के तत्कालीन प्रेसिडेंट नजीबुल्लाह से उनकी बेटी ने अनुरोध किया था कि वो एक दिन के लिए मुजाहिदीन से लड़ाई रोकने पर बात करे. जिसके बाद राष्ट्रपति ने मुजाहिदीन ने कहा था कि देश में बॉलीवुड के दिगज अभिनेता अमिताभ बच्चन आए हैं ऐसे में वह लड़ाई रोक दें जिससे वह उनके शहर में बिना किसी परेशानी के घूम सके.
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