संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी वेब सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ (Heeramandi ) 1 मई को रिलीज के बाद से फैन्स के दिलों पर राज रही हैं. ये सीरीज इन दिनों ओटीटी प्लेटफार्म नेटप्लिक्स पर खूब धमाल मचा रही हैं. इस सीरीज में एक से बढ़कर आइकॉनिक डायलॉग्स हैं. इसी बीच आज इस लेख में हम हीरामंडी फिल्म के 8 फेमस डायलॉग्स के बारे में बात करेंगे.
1) सीरीज के डायलॉग में सोनाक्षी सिंहा कहती हैं कि ‘सिर्फ घुंघरू पहनने से औरत तवायफ नहीं बनती, दिन और रात के सारे हुनर सीखने पड़ते हैं.’
2) अदिति राव हैदरी हीरामंडी वेब सीरीज के एक सीन में कहते हैं कि ‘पुरानी दीवार पर नहीं की जाती बल्कि गिरा जाती हैं’.
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3) सीरीज के एक सीन में संजीदा शेख कहती हैं कि ‘मुजरे वाली नहीं बल्कि मुल्क वाली बनकर सोचों.’
4) शराफत हमने छोड़ दी मोहब्बत ने हमे छोड़ दिया.
5) किसी के हुस्न पर हीरे लुटाएं जाते हैं तो किसी के हुस्न पर जान.
6) हम कहें तो दिन हम कहे तो रात, किस पर होंगे मेहरबान और किसी होगी मौत.
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7) सीरीज में मनीषा कोइराला कहती हैं कि ‘सजा हम जिस्म को नहीं रूह को देते हैं.’
8) हीरामंडी वेब सीरीज के सीन में ऋचा चड्ढा कहती हैं कि ‘मोहब्बत और बगावत के बीच कोई लकीर नहीं होती, इश्क और इन्कलाब के बीच को फर्क नहीं होता.’
बता दे संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी हीरामंडी वेब सीरीज में 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री मनीषा कोइराला और फरदीन खान के आलावा सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, संजीदा शेख, शर्मिन सेगल, ऋचा चड्ढा और ताहा शाह बदुश्शा जैसे कलाकर भी हैं.