रूस के साथ हो रही जंग के बीच यूक्रेन ने यूरोपियन यूनियन में शामिल होने की कोशिशें की रफ़्तार बढ़ा दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन को जल्द से जल्द EU की सदस्यता देने की मांग की है ।
रूस के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन हर संभव कोशिश कर रही है । यूक्रेन फिलहाल नई रणनीति अपनाई है । यूरोपियन संसद ने युक्रेन की राष्ट्रपतिवोलोदिमीर जेलेंस्की के आवेदन को मान लिया है, लेकिन अब भी उनके लिए राह इतना भी आसान नहीं है ।
आइए जानते है अगर युक्रेन यूरोपियन संसद का सदस्य बन गया तो क्या रूस के खिलाफ उतर जाएगी 27 देशों की सेना?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूरोपियन यूनियन की सदस्यता देने की मांग की है । हालांकि यूरोपियन यूनियन में अभी 27 देश हैं । सदस्यता मिलने में वैसे तो सालों लगते हैं । आखिरी बार क्रोएशिया बना था सदस्य जिनको लगभग 3 साल लग गया था ।रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले की सभी कर रहे हैं तारीफ…
दरअसल, नियम के अनुसार यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के लिए चार स्टेप होते हैं ।यूक्रेन ने फिलहाल दो स्टेप पार कर लिए हैं और बाकी के जो दो कठिन और अहम स्टेप है वह पार करना बाकी है ।
आइए जानते है क्या-क्या होते हैं स्टेप?
आवेदनः यूरोपियन यूनियन का सदस्य बनने के लिए सबसे पहले किसी देश को आवेदन करना होता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दो दिन पहले ही यूरोपियन यूनियन के सदस्य वाली आवेदन कर अर्जी पर हस्ताक्षर कर दिए थे ।
कैंडिडेट स्टेटसः आवेदन को स्वीकार किया जाए या नहीं, इसे लेकर यूरोपियन संसद में वोटिंग होती है । आवेदन लगाने के 1 दिन बाद ही यूक्रेन की अर्जी पर यूरोपियन संसद में वोटिंग हुई थी, जिसमें यूक्रेन के पक्ष में कुल 637 वोट पड़े । फलस्वरूप यूक्रेन अब कैंडिडेट स्टेटस के स्टेप पर पहुंच गया है ।
नेगोसिएशनः सबसे कठिन और अहम स्टेप यही होता है और इसमें ही सबसे अधिक समय लगता है । इसमें यूरोपियन यूनियन और अन्य देशों के बीच नेगोसिएशन होता है । इसमें यह तय होता है कि जो देश यूरोपियन यूनियन का सदस्य बनना चाहता है, वो संघ के सारे नियम-कायदों को पालन करने में सक्षम रहेगा या नहीं । इसके साथ ही वो यूरोपियन यूनियन की सारी कानून और शर्तें भी माननी होंगी और साथ ही यूरो को भी अपनाना होगा ।
.सदस्यताः नेगोसिएशन की प्रक्रिया होने के बाद मामला यूरोपियन काउंसिल के पास जाएगा । यहां सभी 27 सदस्य देशों की मंजूरी जरूरी होती है अगर एक भी देश खिलाफ गया तो मंजूरी रद हो जाती है ।
तो इसमें कितना समय लग सकता है?
पिछले रिकॉर्ड के अनुसार इसमें सालों लगते है । ज्यादातर देशों को 5-10 वर्ष लगा है । हालांकि कुछ ऐसे भी देश है जिनको 2 -3 साल में सदस्य बना लिया गया है ।
यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका सहित सारे देश लगातार रूस की आलोचना कर रहे हैं । साथ ही रूस पर कई प्रतिबंध भी लगाए जा रहे है ।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंधों लगा दिया है । उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रतिबंधों की घोषणा कर दी है । दोनों पर अमेरिका में ट्रैवल बैन कर दिया है । इसके बाद बाइडेन ने रूस के चार बैंकों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके तहत रूस का तकनीकी आयात बिगड़ सकता है । इससे रूसी अरबपतियों पर भी असर पड़ेगा । रूस की बड़ी ऊर्जा कंपनी गजप्रोम सहित 12 कंपनियों पर भी अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिया हैं । इन प्रतिबंधों से कंपनियों को पश्चिम के बाजार से पूंजी जुटाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा ।रूस-यूक्रेन की लड़ाई का मजाक उडाना अरशद वारसी को पड़ा भारी, पड़ गए लेने के देने….