तमिल सिनेमा के वेटरन एक्टर दिल्ली गणेश का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 10 नवंबर 2024 को रात लगभग 11:30 बजे चेन्नई में उनका निधन हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए यह एक गहरा सदमा है, क्योंकि उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया था। दिल्ली गणेश लंबे समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, जिसके कारण उनकी मृत्यु हुई।
दिल्ली गणेश का जीवन और करियर
दिल्ली गणेश का जन्म 1 अगस्त 1944 को हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1976 में प्रसिद्ध निर्देशक के. बालचंदर की फिल्म “पट्टिना प्रवेशम” से की थी। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 400 से अधिक तमिल, तेलुगू और मलयालम फिल्मों में काम किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में “नायकन” (1987) और “माइकल माधान कमराजन” (1990) शामिल हैं, जिनमें उनकी अदाकारी को विशेष रूप से सराहा गया।
वायुसेना में सेवा
दिल्ली गणेश का असली नाम गणेशन था, लेकिन वे पेशेवर रूप से दिल्ली गणेश के नाम से जाने जाते थे। फिल्मों में आने से पहले, वे भारतीय वायुसेना में भी काम कर चुके थे, जहां उन्होंने 1964 से 1974 तक सेवा दी। यह जानकारी उनके जीवन के एक महत्वपूर्ण पहलू को उजागर करती है, जो दर्शाता है कि वे केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक समर्पित नागरिक भी थे।
उनके योगदान और विरासत
दिल्ली गणेश ने न केवल फिल्मों में बल्कि टेलीविजन धारावाहिकों और शॉर्ट फिल्मों में भी काम किया। उनकी एक्टिंग ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। उन्हें कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया, जो उनकी प्रतिभा और मेहनत का प्रमाण हैं। उनके निधन पर तमिल फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है, और उनके प्रशंसक उन्हें नम आंखों से याद कर रहे हैं।
अंतिम संस्कार
दिल्ली गणेश का अंतिम संस्कार 10 नवंबर 2024 को किया गया। उनके परिवार ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनके प्रशंसक और साथी कलाकार भी इस क्षति को सहन करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। दिल्ली गणेश की अदाकारी और उनके द्वारा निभाए गए किरदार हमेशा याद किए जाएंगे।
दिल्ली गणेश का निधन तमिल सिनेमा के लिए एक बड़ा नुकसान है। उनका योगदान और उनके द्वारा निभाए गए किरदार सदैव लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हम उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हैं।