टाटा इंडस्ट्री के प्रमुख और बिजनेस टाइकून रतन टाटा दुनिया के सबसे प्रसिद्ध शख्सियतों में से एक है। रतन टाटा ने लगातार छह दशकों से व्यापार के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अलावा रतन टाटा को मानवीय कार्यो के लिए भी एक दयालु और स्नेह पूर्ण इंसान माना जाता है।
रतन टाटा हमेशा से सामाजिक गतिविधियों और मानवीय कार्यों के लिए दान करते हुए नजर आते हैं। रतन टाटा एक संपूर्ण व्यक्ति है जिन्हें बिजनेस के ज्ञान से लेकर मानवता में अव्वल माना जाता है। रतन टाटा की कुल संपत्ति 3500 करोड़ रुपए है और रतन टाटा विश्व में अमीर शख्सियत में आईआईएफएल रिसर्च कंपनी के अनुसार 433वें स्थान पर आते है।
रतन टाटा इतनी बड़ी संपत्ति होने पर जाहिर तौर पर अमीर शख्सियत में अपनी पहचान रखते होंगे लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल इसका कारण है कि वह अपनी ज्यादातर संपत्ति परोपकारी काम के लिए टाटा ट्रस्ट माध्यम से दान करते हैं जिस वजह से वह अमीर शख्सियत की लिस्ट में बेहद ही कम स्थान पर आते हैं।
टाटा संस की कम से कम 66% इक्विटी चैरिटी ट्रस्ट के रूप में परोपकारी ट्रस्ट के पास है जो शिक्षा,स्वास्थ्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में उपयोगी सिद्ध होते हैं। टाटा कंपनी ने विगत वर्षों से समसामयिक मुद्दों जैसे स्वास्थ्य तथा शिक्षा से संबंधित मुद्दों में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी अदा की है। Also Read :‘छोटू’ कहने वाली महिला को रतन टाटा ने दिया दिल जीत लेने वाला जवाब…
कंपनी द्वारा दिए गए शेयर का उनके व्यक्तिगत वितरण पर कुछ भी असर नहीं पड़ता है। टाटा संस में गैर सूची कंपनियों के अलावा 29 अन्य कंपनियां भी शामिल है। जमशेदजी टाटा जिन्होंने टाटा समूह को गठित किया था तो उन्होंने तभी कहा था कि टाटा समूह का अधिकांश हिस्सा चैरिटी ट्रस्ट के लिए प्रदान किया जाएगा। Also Read :नीता अंबानी के शानदार प्राइवेट जेट को देखकर दंग रह गए रतन टाटा