दिग्गज सिंगर-संगीतकार बप्पी लहिरी का 69 वर्ष की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. लहिरी को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया और बार-बार होने वाले सीने में संक्रमण से जूझ रहे थे. सिंगर 29 दिनों तक जुहू के क्रिटिकेयर अस्पताल में अस्पताल में भर्ती रहे, जिसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. हालांकि, घर पर एक दिन के बाद, उनका स्वास्थ्य फिर से बिगड़ गया और उन्हें वापस अस्पताल लाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.इस दुनिया में नहीं रहे मशहूर सिंगर और कंपोजर बप्पी लहिरी, ये बीमारी बनी निधन का कारण
अस्पताल के डॉ. दीपक नामजोशी ने एक बयान में कहा, “वह पिछले साल कोविड -19 संक्रमण से पीड़ित थे. उन्हें पिछले एक साल से ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया था.”
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया बिमारी में नींद के दौरान बार-बार सांस में रूकावट होती हैं. मेयो क्लिनिक के अनुसार, ओएसए तब होता है जब आपके गले की मांसपेशियां नींद के दौरान रुक-रुक कर आराम करती हैं और आपके सांस की नली में रूकावट पैदा करती हैं. खर्राटे लेना स्लीप एपनिया के सबसे आम लक्षणों में से एक है.जानिए कौन होगा बप्पी दा के सोने का मालिक? हो गया खुलासा
अमेरिका स्थित सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि स्लीप एपनिया वाले व्यक्ति विशेष रूप से समय-समय पर हांफने या ‘खर्राटे लेने’ की आवाज निकालते हैं, जिसके दौरान उनकी नींद पल भर में बाधित हो जाती है. स्लीप एपनिया वाले लोगों को भी दिन में अत्यधिक नींद आने का अनुभव हो सकता है.
इस चिकित्सीय स्थिति में आपके गले के पिछले हिस्से की मांसपेशियां सामान्य सांस लेने की अनुमति देने के लिए बहुत अधिक आराम करती हैं. इससे सांस की नली सुकड़ जाती है, जिससे 10 सेकंड के लिए सामान्य सांस लेने में बाधा उत्पन्न होती है. जब ऐसा होता है, तो ब्लड में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण होता है. तभी मस्तिष्क चिंताजनक संकेत प्राप्त करता है और हमें एक पल के लिए नींद से जगाता है, यह इतना कम समय के लिए होता है कि हम इसके बारे में पता नहीं चलता की क्या हो रहा हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह पैटर्न एक घंटे में 30 बार तक दोहरा सकता है, जिससे लंबे समय में गंभीर नुकसान हो सकता है.जानिए अपने बच्चों के लिए कितनी संपत्ति छोड़कर गए हैं बप्पी लहिरी..
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के लक्षण
* दिन में बहुत नींद आना
*जोरदार खर्राटे
* सूखे मुँह या गले में खराश के साथ जागना
*सुबह का सिरदर्द
* मूड में बदलाव, जैसे डिप्रेशन या चिड़चिड़ापन
* हाई ब्लड प्रेशर