वास्तविक दुनिया में आपको पैसे के लिए ही आज के समय में जाना जाता है। अगर आपके पास पैसा है तो सब कुछ है। बचपन में जब स्कूल जाया करते थे तो घरवाले पॉकेट मनी देते थे। हर महीने इसी बात को सोचकर चिंतित रहते थे कि अगले महीने कितनी पॉकेट मनी मिलेगी। आज जब बड़े हो गए हैं तो यह चिंता बनी रहती है कि हर महीने की सैलरी कब आएगी। बचपन में जब भी पॉकेट मनी मिला करती थी तो बेहद खुश नजर आया करते थे। आज भी जब महीने के अंत में सैलरी मिलती है तो वही खुशी नजर आती है। अंबानी परिवार ने भी अपने बच्चों को इसी तरीके से पाला है। हाल ही में नीता अंबानी ने एक बड़ा खुलासा किया है कि वह अपने बच्चों को कितनी पॉकेट मनी दिया करती थी।
वैसे तो अंबानी परिवार भारत का सबसे अमीर परिवार है । वर्षों से ही उनके पास अधिक धन दौलत रही है। उनके घर में ना तो धन की कमी है ना गाड़ियों की कमी और ना ही पैसे की कमी है। वह एशिया के सबसे धनी परिवारों में से गिने जाते हैं। लेकिन उनका निजी जीवन सबको प्रेरणा देता है। मुकेश अंबानी परिवार ही नहीं बल्कि भारत देश का हर एक अमीर परिवार आज के समय में जमीन से जुड़ा हुआ है। देश के सबसे अमीर घराने से होने के बावजूद भी वह अपने परिवार का पालन पोषण एक आम परिवार की तरह ही करते हैं।
नीता अंबानी का हाल ही में एक इंटरव्यू खूब वायरल हो रहा है। जिसमें वह यह बताती भी नजर आ रही उन्होंने अपने बच्चों का पालन पोषण एक साधारण परिवार की तरह की किया है। उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा कि धन शक्ति यह कभी भी एक साथ नहीं रहते। इंसान का समय हमेशा बदलता है। इसलिए अपने बच्चों को इस तरह से तैयार करना चाहिए कि वह बुरे से बुरे समय का भी सामना कर सकें। उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया कि वह अपने बच्चों को बेहद ही कम पॉकेट मनी दिया करती थी।