कैलाश खेर एक भारतीय प्लेबैक सिंगर और कंपोजर हैं, वे भारतीय लोक संगीत और सूफी संगीत से प्रभावित संगीत शैली के साथ गीत गाते हैं. वह शास्त्रीय संगीतकार पंडित कुमार गंधर्व, पंडित हृदयनाथ मंगेशकर, पंडित भीमसेन जोशी और कव्वाली गायक नुसरत फतेह अली खान से प्रेरित हैं.
करियर की शुरुआत में खेर को सही गुरु या स्कूल नहीं मिला, तो उन्होंने सुनकर म्यूजिक सीखना शुरू कर दिया. उन्होंने पंडित गोकुलोत्सव जी महाराज, पंडित कुमार गंधर्व, पंडित भीमसेन जोशी और बाद में नुसरत फतेह अली खान और लता मंगेशकर महान सिंगरों को सुनकर काफी कुछ सीखा.
कैलाश खेर का म्यूजिक करियर
14 साल की उम्र में खेर ने अपने म्यूजिकल ट्रेनिंग को आगे बढ़ाने के लिए एक गुरु या संस्था की तलाश में घर छोड़ दिया और उन्होंने शास्त्रीय और लोक संगीत का अध्ययन शुरू किया.
खेर ने घर छोड़ने के बारे में एक बार खुद बताते हुए कहा था कि ‘ऐसा इसलिए था क्योंकि मैं म्यूजिक के लिए अपने जुनून को आगे बढ़ाना चाहता था. इसके लिए मुझे अलग-थलग रहने की आवश्यकता थी.’
इस दिग्गज ने लगातार मेहनत की और सिनिंग की बारीकियां सीखी. 2004 में उनका गाना ‘अल्लाह के बन्दे’ ने उन्हें सफलता दिलाई. जिसके बाद उन्होंने कभी मुड़कर नहीं देखा और बॉलीवुड को कई सुपरहिट गाने भी दिए.
कैलाश खेर की नेट वर्थ
दिग्गज सिंगर कैलाश खेर की कुल संपत्ति लगभग 20 मिलियन डॉलर हैं. उनकी कमाई का प्रमुख जरिया सिंगिंग, लाइव इवेंट और स्टैग शो हैं. जिससे उन्हें मोटी कमाई होती हैं. इंडियन नेट वर्थ वेबसाइट के अनुसार खेर बॉलीवुड के एक गाने के लिए करीब 5-10 लाख चार्ज करते हैं.
कैलाश खेर अंधेरी वेस्ट, मुंबई में अपने परिवार के साथ रहते हैं. उनके इस घर की कीमत करोड़ों में हैं. इसके आलावा मेरठ में भी उनका एक घर हैं.
कैलाश खेर की पर्सनल लाइफ
कैलाश खेर का जन्म 1973 में मेरठ, उत्तर प्रदेश में हुआ था. उनके पिता मेहर सिंह खेर पारंपरिक लोक गायक थे. संगीत के साथ खेर का पहला ब्रश बचपन में आया था. संगीतमय माहौल में पले-बढ़े खेर अपने स्कूल के दिनों से ही वे संगीत से मुग्ध और मोहित थे और पूरे दिन अपने पिता के भारतीय लोक गीत सुनते थे.
खेर ने फरवरी 2009 में शीतल से शादी की. उनका एक बेटा भी हैं. उनके बेटे कबीर का जन्म दिसंबर 2009 में हुआ था.