टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीतने के बाद से उनके घर में ख़ुशी का माहौल हैं. उनके गाँव के लोग इकट्ठे होकर लगातार एक-दूसरे को मिठाई बाँट रहे हैं.
नीरज ने भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा हैं. नीरज ने फाइनल में 87.58 मीटर भाला फेंककर पहला स्थान हासिल किया. जिसके बाद से उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित लगभग देश की सबसे बड़ी हस्तियों ने बधाई भेजी.
नीरज आज देश के एक चर्चित नाम हैं हालाँकि उनका यहाँ तक का सफर आसान नहीं रहा हैं. नीरज का घर हरियाणा के पानीपत में है. ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद उनके पिता ने बेटे पर गर्व जताते हुए मीडिया को बताया कि नीरज ने सुविधाओं की कमी के बावजूद यह उपलब्धि हासिल की है. नीरज के पिता ने बताया उनका बेटा 15 -16 किलोमीटर की दूरी तय करके तैयारियां करता था.
नीरज ने 7 अगस्त (शनिवार) को टोक्यो ओलंपिक में 87.3 मीटर पहले प्रयास में और 87.58 मीटर दूसरे प्रयास में भाला फेंक कर गोल्ड मेडल हासिल किया. नीरज ने तीसरे प्रयास में 70.79 मीटर भाला फेंका जबकि चौथी और पांचव प्रयास फाउल रहा था.
ओलंपिक शुरू होने से पहले ही 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा को गोल्ड का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और उन्होंने एक एथलीट से की गई अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन देते हुए पहले प्रयास में भाला फेंक कर अपने क्वालिफिकेशन को दर्शाते हुए फाइनल में जगह बना ली थी. ये युवा प्रतिभा देश के लोगों के भरोसे पर खरा उतरे और उन्होंने सभी को ख़ुशी का पल देते हुए देश के लिए स्वर्ण पदक जीता. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने नीरज के गोल्ड सहित कुल 7 मेडल जीते. जोकि भारत के ओलंपिक इतिहास में एक सीजन में सबसे अधिक मेडल का रिकॉर्ड भी हैं.