कल का दिन पूरे भारत में चुनावी रिजल्ट का दिन था, चुनावी प्रक्रिया के आखिरी क्षण में आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा एक शख्स पर दांव खेला गया और पंजाब में उसका तो पूरा जादू चल गया. शख्स द्वारा पंजाब में ऐसा ‘झाड़ू’ चलाया गया कि उसने सभी दलों को एक दम साफ कर दिया. बता दे आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाब की दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (बादल) तक का सूपड़ा साफ कर दिया गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) का तो इस राज्य में कोई वजूद नहीं था, लेकिन अब तो कैप्टन अमरिंदर सिंह भी यहां से चुनाव हार गये.
संगरूर से AAP के सांसद बने हैं भगवंत मान
जिस व्यक्ति को अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) द्वारा पंजाब का मुख्यमंत्री कैंडिडेट घोषित किया गया था, उस शख्स का नाम है भगवंत मान(Bhagwant Mann) बताया जा रहा है.न्यूज रिपोर्ट के अनुसार भगवंत मान संगरूर से आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद चुने गए हैं. स्टेज पर कॉमेडी और एक्टिंग की दुनिया से निकलकर आम आदमी पार्टी के जरिये राजनीति में कदम रखने वाले भगवंत मान का दुनिया में कई सारे विवादों से उनका नाता रहा है. पर आपको बता दे कि उन पर शराब पीकर संसद में जाने के भी उन पर आरोप लगाए गए थे.यूपी की राजनीति के 5 दिग्गज जिन्होंने दो या उससे अधिक शादी की
बड़े आरोपों के बावजूद भी कभी कम नहीं हुई लोकप्रियता
ऐसे आरोपों के बावजूद भगवंत मान की लोकप्रियता पंजाब में कम भी कम नहीं हो सकी. जब अरविंद केजरीवाल द्वारा भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था, तो शायद उन्हें भी इस चीज की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं रही होगी कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की बिल्कुल एकतरफा ही जीत होगी.यूक्रेन के राष्ट्रपति की पत्नी की खूबसूरती के सामने हॉलीवुड एक्ट्रेस भी हैं फेल…
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58 हजार से ज्यादा वोट के अंतर से जीते है भगवंत मान
रिपोर्ट के अनुसार महज 48 साल के भगवंत सिंह मान द्वारा कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी दलवीर सिंह गोल्डी को 58,206 मतों के ज्यादा के अंतर से पराजित किया गया है. उन्होंने धुरी विधानसभा सीट से अपना चुनाव लड़ा था. 12वीं पास भगवंत मान पर एक आपराधिक मामला दर्ज हो चुका है. उनकी कुल संपत्ति 1.97 करोड़ रुपये की बताई जाती है.
कॉमेडियन से नेता बने थे भगवंत मान
बता दे वह राजनीति में आने से पहले जाने-माने कलाकार और काॅमेडियन भी रह चुके हैं. राजनीतिक जीवन की शुरुआत हो जाने के बाद से उन्होंने पंजाब पीपुल्स पार्टी से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी. बाद में वह आम आदमी पार्टी के साथ चले गये थे. वर्ष 2014 में वह पहली बार लोकसभा के ही सदस्य चुने गये थे. एक बार फिर आम आदमी पार्टी द्वारा उन्हें वर्ष 2019 में संगरूर से अपना उम्मीदवार बनाया गया था. संगरूर में उन्होंने फिर से अपना सिक्का जमा डाला था.
कांग्रेस ने खेल रखा था दलित कार्ड
बता दे कि पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए 1304 उम्मीदवार मैदान में उतारे गए थे. आम आदमी पार्टी के 92 उम्मीदवार जीत चुके हैं. पंजाब में कांग्रेस द्वारा चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड खेला गया था, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के साथ उन्होंने अपनी खींचतान ने कांग्रेस का बेड़ा ही गर्क कर दिया.
बता दे पंजाब में जब मुख्यमंत्री के चेहरे की बात चल रही थी, तब आम आदमी पार्टी द्वारा एक सर्वे कराकर भगवंत मान को ही अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया था. भगवंत मान को जब मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया गया, तो उनकी मां का यह पूरा भरोसा दिया गया था कि भगवंत मान ज़रूर चुनाव जीत जायेंगे. न केवल भगवंत द्वारा चुनाव जीत लिया गया है, बल्कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री भी बन चुके हैं।.