कौन बनेगा करोड़पति का बारहवां सीजन एक बार फिर दर्शकों के सामने आ चुका है और इसमें एक-एक करके कंटेस्टेंट आ रहे हैं जो अनेकों धनराशि जीतकर अपने साथ घर ले जा रहे हैं। इस शो के होस्ट महानायक अमिताभ बच्चन भी शो से जुड़ी अनेकों चीजें अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करने लगे हैं। इन सभी चीजों के बीच में साल 2011 की सीजन में 5 करोड़ जीतने वाले सुशील कुमार एक बार फिर चर्चा का विषय बन गए हैं।
दरअसल सुशील ने अपनी सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा लिखा जिसके बाद से वह लोगों के बीच चर्चा का विषय बन रहे हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट पर लिखा, “साल 2011 में केबीसी से वापस आने के बाद का जीवन मेरे लिए सबसे बुरा साबित हुआ। 2015-16 के बीच का दौर मेरे जीवन का सबसे कठिन दौर था। क्योंकि मैं लोकल सेलिब्रिटी था इस वजह से बिहार के अनेकों जिलों में महीने के 10 से 15 दिन में कार्यक्रम में व्यस्त रहता था जिसकी वजह से मैं धीरे-धीरे पढ़ाई से दूर होता चला गया। साथ ही मैं उस वक्त मीडिया पर चल रही खबरों को बड़े गौर से पढ़ा करता था और मीडिया भी बीच-बीच में फोन करके मुझे पूछते रहती थी कि मैं आजकल अपने जीवन में क्या कर रहा हूं। इस वजह से मैं बिना किसी अनुभव के एक के बाद एक अलग अलग बिज़नस शुरू कर देता था ताकि मैं मीडिया में बता सकूं कि मैं बेकार नहीं बैठा हूं और काम कर रहा हूं। इस वजह से शुरू किया हुआ बिजनेस ज्यादा दिन नहीं चलता था और अंत में डूब जाता था। इस तरह मैंने लाखों रुपए इसी कार्य में डूबा दिए।”
सुशील ने अपनी पोस्ट पर आगे लिखते हुए कहा, “केबीसी में 5 करोड़ की राशि जीतने के बाद में दानवीर भी बन गया था और गुप्त दान करना शुरू कर दिया था। महीने के 50 से 60 हज़ार रुपए तो केवल गुप्त दान में ही खर्च हो जाते थे और ऐसा मैंने कई महीनों तक जारी रखा। इन पैसों की लालच में कुछ इधर-उधर के लोग भी मेरे साथ जुड़ गए और मैं उनको पैसा देते चला गया और अंत में ठगा महसूस करने लगा।”
अपनी निजी जिंदगी के बारे में बताते हुए सुशील कहते हैं, “पत्नी के साथ भी प्रतिदिन झगड़ा शुरू हो गया था। वह हमेशा मुझे कहती थी कि मुझे सही और गलत का अंतर नहीं मालूम और मैं पैसों को फिजूल खर्च में इस्तेमाल कर रहा हूं। मुझे लगता था कि वह मुझे समझ नहीं पा रही है और इस वजह से हम दोनों की अक्सर लड़ाई होती रहती थी। बात इतनी बिगड़ गई थी कि तलाक तक पहुंच गई थी।”
सुशील आगे लिखते है, “इन सभी चीजों के साथ एक और लत जुड़ गई और वह भी शराब और सिगरेट की। मैं जब भी घर में रहता था तो रोज एक फिल्म देखता था। हमारे घर के बाजू में ही एक दुकान थी जो 10-15 रुपए लेकर हॉलीवुड की अंग्रेजी फिल्म को हिंदी डबिंग में दे देती थी।”
सुशील ने साथ में एक किस्सा भी शेयर किया। वह लिखते हैं, “एक बार किसी अंग्रेजी पत्रकार का फोन मुझे आया और वह मुझसे पूछने लगे कि मैं क्या कर रहा हूं। कुछ देर तो ठीक से बात हुई मगर उसके बाद उन्होंने कुछ ऐसा पूछ दिया जिससे मैं गुस्से में तमतमा उठा। मैंने उनको गुस्से में कह दिया कि मेरे सारे पैसे खत्म हो गए हैं और मैंने जो गाय पाल रखी है जिसका दूध बेचकर मैं अपना गुजारा करता हूं। उस पत्रकार ने मेरी यह बात अपने अखबार में छाप दी जिसके बाद यह न्यूज़ आग की तरह फैल गई। वे लोग जो महीने में मुझसे हजारों रुपए उधार ले जाते थे वह अब मुझे देखते ही पलट जाते थे। मुझे अब कार्यक्रमों में भी आमंत्रित नहीं किया जाता था। इन सभी चीजों के बीच मुझे यह सोचने का समय मिला कि मुझे अब आगे क्या करना है।”
सुशील अंतिम पंक्ति में लिखते हैं, “मैं अब पर्यावरण से संबंधित कार्य कर रहा हूं और मैं आपको सच बताऊं तो इस कार्य को करके मुझे एक अलग खुशी मिलती है। मैंने अंतिम बार मार्च 2016 में शराब को हाथ लगाया था और सिगरेट भी धीरे-धीरे छुटने लगी है। मैं अब नई ऊर्जा और उत्साह के साथ पर्यावरण को सुधारने का काम कर रहा हूं और बाकी लोगों को भी पर्यावरण की ओर ध्यान देने के लिए प्रेरित कर रहा हूं। प्रकृति की सेवा करने से ही मुझे सबसे ज्यादा सुख और आनंद की प्राप्ति हो रही है।”