नीरज चोपड़ा ने शनिवार को जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था क्योंकि यह भारत के लिए अब तक का पहला ट्रैक एंड फील्ड इवेंट मेडल है. दुनिया अब स्वर्ण पदक विजेता और मैदान पर उनके जीवन के बारे में जानती है, लेकिन क्या किसी को पता है कि नीरज मैदान से बाहर कैसे हैं?
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नीरज चोपड़ा ने यह भी खुलासा किया कि वह बचपन में काफी मोटा था और उनकी फिटनेस परिवार के लिए चिंता का कारण थी और इसलिए उन्होंने उन्हें एथलेटिक्स ट्रेनिंग के लिए भेजा. उन्होंने कहा कि उन्होंने जेवलिन थ्रो चैंपियन बनने के बारे में कभी नहीं सोचा था. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो 13 साल की उम्र में नीरज का वजन लगभग 80 किलो था.
नीरज चोपड़ा ने रविवार को एएनआई से कहा, “जब मैं स्टेडियम गया तो भाला फेंक खेल कभी मेरी योजना का हिस्सा नहीं था, न ही कोई देश के लिए खेल रहा था और न ही पदक जीत रहा था. मेरे परिवार में या मेरे गांव में कोई भी इस खेल से नहीं था. बाद में, मैंने वास्तव में कड़ी मेहनत की और बाद में सभी से मुझे बहुत समर्थन मिला.”